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दुर्गाप्रसाद द्विवेदी उत्पत्तीन्दुशेखर,
जैमिनिपद्यामृत, लीलावतीभाष्य, बीजगणितभाष्य, क्षेत्रमिति, गोलक्षेत्रमिति, गोलत्रिकोणमिति, सूर्यसिद्धान्तसमीक्षा, अधिमासपरीक्षा, पंचांगतत्त्वम्, चातुर्वर्ण्यपरीक्षा, वेदविद्या, ब्रह्मविद्या, मनुयाज्ञावल्कीयम्, भारतीयसिद्धांतादेश, भारतशुद्धि, भारतालोक
(काव्यमाला का संपादन) देवीप्रसाद
शतचण्डीयज्ञविधानम् द्वारकानाथ भट्ट
: गालवगीतम धनपाल
तिलकमंजरी नथमल ब्रह्मचारी(18) : शुद्धचरितम् नयनसुखोपाध्याय (17) : ऊकर (ज्योतिष) परमसुखोपाध्याय
कामरंगोदय, दण्डप्रजागर,
रसार्णबोल्लदासमाला पुण्डरीक विट्ठल
रागचन्द्रोदय, (17)
रागनारायण, रागमाला, रागमंजरी, नर्तननिर्णय,
दूतीप्रकाश बालकृष्ण दीक्षित
अजितचरित्रम् भीष्मभट्ट
: विवेकमार्तण्ड टीका भोलानाथ शुक्ल
कर्णकुतूहलम् (नाटक), (18)
कृष्णलीलामृतम् मण्डन(17-18)
प्रसादमण्डन, देवतामूर्तिप्रकरणम्, रूपमण्डनम्, रागवल्लभमण्डनम, वास्तुसारमण्डनम्
(सभी शिल्पशास्त्र) मथुरानाथ शास्त्री
साहित्यवैभवम्, (20)
जयपुरवैभवम्,
गोविन्दवैभवम् मथुरामल माथुर : समरभास्कर चतुर्वेदी महीधर(17)
: रामगीता मानसिंहमहाराज(17) : राजोपयोगिनीपद्धति मायाराम गौड : व्यवहारागमस्मृतिसर्वस्वम्,
पाठक (17)
व्यवहारनिर्णय, व्यवहारसार, मिताक्षरासार
(सभी धर्मशास्त्रपरक) रत्नाकर पौण्डरीक : जयसिंहकल्पद्रुम (ध.शा.) (17) रामचन्द्रभट्ट : स्वरसिद्धान्तकौमुदी पर्वणीकर(18)
(व्याकरण) रामसिंह महाराज(1) : धातुमंजरी (व्याकरण) (17) रामेश्वर पौण्डरीक : रससिंधु (साहित्य) (18) लक्ष्मीनाथ शास्त्री : भारतेतिवृत्तसार द्रविड लक्ष्मीनारायण भट्ट : शब्दशास्त्रपशस्ति, पर्वणीकर
पद्यपंचाशिका, परिभाषाप्रतिच्छवि, ज्योतिषशास्त्रार्थसंग्रह, आपस्तंबाहिनक पद्धति, प्रयोगरत्नाकर, औ@दैहिकपद्धति, अंत्येष्टिपद्धति, तुलादानपद्धति, सपिण्डकल्पकतावृत्ति, तर्ककन्दुक,
श्लोकरत्नमंजूषा विद्याधरशास्त्री
हरनामामृतम् विश्वनाथभट्ट
शृंगारवापिका, रानडे (17)
शंभुविलासम्,
राधाविलासम् विश्वरूप
गोरक्षसहस्रनामटीका,
मेघमाला विश्वेश्वर महाशब्दे : निर्णयकौतुकम, प्रतापार्क (19)
(दोनों धर्मशास्त्रविषयक) वैकुण्ठ व्यास : अमरसिंहाभिषेककाव्यम् व्रजलाल भट्ट दीक्षित : ब्रह्मसूत्र-अणुभाष्यवृत्ति, (17)
पद्यतरंगिणी शंकरभट्ट (17) : वैद्यविनोदसंहिता शम्भुदत्त
: नाथचन्द्रोदय,
जालंधरस्तोत्रम्,
राजकुमारप्रबोध शिवानन्दद गोस्वामी : सिंहसिद्धान्त सिन्धु, (17)
ललितार्चन कौमुदी (दोनों तंत्रशास्त्र)
संस्कृत वाङ्मय कोश - ग्रंथ खण्ड / 515
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