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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रामदेवव्यास (15) रामनाथ भोलानाथ (19-20) सुभद्रापरिणयम् (छायानाटक), रामाभ्युदयम् (नाटक) पाण्डवाभुदयम् (नाटक) चंद्रिका (पंचलक्षणी टीका), सिद्धान्तरत्नमंजूषा (धर्मशास्त्र), न्यायभूषण (न्यायसूत्र की टीका), ब्रह्मसूत्रवृत्ति (केवलाद्वैतनिष्ठ), यदुवंशम् (महाकाव्य) जगदीशमनोरमा (जागदीशी की व्याख्या)। विश्वनाथ देव (18) विष्णुकवि(11) वेणीदत्त (17) वेदांगराय (18) शंकर(16) शंकरलाल महेश्वरशास्त्री(19-20) शकरलाल माणेकलाल शास्त्री : कुण्डुमंडपकौमुदी, (धर्मशास्त्र) : शांखायनसूत्रपद्धति, क्रतुरत्नमाला : रसतरंगिणी. : पारसिकप्रकाश, गिरिधरानन्दम् : सौभाग्यलहरीस्तव : रावजीराव कीर्तिविलासम् कुल ग्रंथ 28) कृष्णचन्द्राभ्युदयम् (नाटक), चंद्रप्रभाचरितम् (गद्यकाव्य) शिक्षासमुच्चय, बोधिचर्यावतार : न्यायावतारवार्तिकवृत्ति, धनपालकृततिलकमंजरी की टीका. त्रिशती (आयुर्वेद) इसपर वल्लभदेव की टीका है। शांतिदेव (18) शांतिसूरि (वादिवेताल)(11) शागधर(17) रूद्रकवि(16) लक्ष्मीधर (11-12) लाटदेव (3-4) वर्धमान(14) वर्धमानसूरि (12) वरदत्त आनीय वाग्भट(12) वादी देवसूरि वादीन्द्र वासुदेवानन्द सरस्वती (टेम्बेस्वामी) (19-20) विजयपाल विनयचंद्र विनयविजय(17) विनयविजयगणि (17) : राष्ट्रोढवंशम् : भगवन्नामकौमुदी रोमकसिद्धान्त : कातंत्रविस्तार (व्या) : गणरत्नमहोदधि(सटीक), सिद्धराजवर्णनम् : शांखायनश्रौतसूत्रभाष्यम् : वाग्भटालंकार (प्रमाणनय तत्वालोकालंकार) स्याद्वादरत्नाकर नामक टीका सहित महाविद्याविडम्बनम्, लघुमहाविद्याविडम्बनम् महाविद्याविवरणटिप्पणम् : गुरुचरित्रम्, गुरुसंहिता, दत्तपुराणम्, द्विसाहस्री, दत्तचम्पू द्रौपदीस्वयंवरम् (नाटक) काव्यशिक्षा लोकप्रकाश आनंदालेख, श्रीकल्पसूत्र,सुबोधिका, श्रीविनयदेवसूरिविज्ञप्ति, हेमप्रकाश, नयकर्णिका, इन्दुदूतम्, षट्त्रिंशत्जल्पसंग्रह, अर्हनमस्कारस्तोत्रम आदि कुल 36 ग्रंथ : जातकशिरोमणि, यंत्रशिरोमणि पाराशरगृह्यसूत्रभाष्यम्, (लक्ष्मीधर ने पूर्ण किया) शिल्पिमल्ल(17-18) : कुण्डनिधानम् शिवकवि(17-18) : विवेकचन्द्रोदयम् रामचरितम् शिवप्रसादभट्ट(19) श्रौतोल्लास शिवरामशुक्ल (17) : शान्तिचिन्तामणि, कर्मप्रदीपवृत्ति, श्राद्धचिन्तामणि श्रीकण्ठ (16-17) : रसकौमुदी (संगीत) श्रीमान् कर्मविपाकसारसंग्रह समयसुन्दर उपाध्याय आर्यासंख्या उद्दिष्टनष्टवर्णन (17) विधि समयसुन्दरगणि(14) : वृत्तरत्नाकर की टीका सलक्षमन्त्री(15) : यवननाममाला सागरचन्द्र ज्योतिःसार की टीका सिद्धराज उपमितिभवप्रपंच कथा, चन्द्रकेवलीचरितम्, लघुवृत्ति (उपदेशमाला की टीका) सिद्धसेनदिवाकर सम्मतितर्क सिद्धिचन्द्र(17) काव्यप्रकाशखण्डन, तर्कभाषाटीका, बृहत्टीका, सप्तपदार्थी टीका अनेकार्थसर्गवृत्ति, धातुमंजरी, आख्यातवादटीका, लेखलिखनपद्धति - सिंहदेव गणि वाग्भटालंकार की टीका सिंहसूरि द्वादशारन्यायचक्र की टीका सोढल(11) उदयसुंदरीकथा, गदनिग्रह (आयुर्वेद), विश्राम(16-17) विश्वनाथ (16-17) संस्कृत वाङ्मय कोश - ग्रंथ खण्ड / 473 For Private and Personal Use Only
SR No.020650
Book TitleSanskrit Vangamay Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreedhar Bhaskar Varneakr
PublisherBharatiya Bhasha Parishad
Publication Year1988
Total Pages638
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary
File Size30 MB
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