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संस्कृत-प्राकृत-हिन्दी एवं अंग्रेजी शब्द कोश
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sage Saradvan. He was called as
krpacharya. कृपण - किवण (वि०) (त्रि०) कृपापात्र, दयनीय;
pitiable, miserable. - म् - किवणं
(क्रिवि०) दीनता के साथ;pitiably. कृपा - किवा (स्त्री०) दया, करुणा, कारुण्य,
सहानुभूति; pity, compassion (a
sentiment). कृपाण - किवाण (पुंन०) तलवार; sword. कृपाणि - किवाणि (स्त्री०) कैंची, तलवार;
___ _scissors, sword. कृपालु-किवालु (वि०) (त्रि०) दयालु;merciful. कृपी - किवी (स्त्री०) शरद्वान् की पुत्री और कृपाचार्य
की बहिन। द्रोणचार्य की पत्नी व अश्वत्थामा की माता; a daughter of Saradvat (van) and sister of Krpa, wife of Drona and mother of Asvattha
man. कृपीट - किवीडं (न०) जल, कुक्षि, उदर; water,
side, belly. कृपीटयोनि - किवीडओणि (पुं०) अग्नि; fire (as
source of waters). कृमि - किमि [Vक्रम्] (पुं०) कीड़ा, क्षुद्रजन्तु;
___worm, insect. कृमिदूषित - किमिदृसिअ (वि०) (त्रि०) कीड़े पड़ने
या लगने से खराब हुआ; useless due to being infected by the worms or
insects. कृमिनाशक-किमिणासग (वि०) (वि०) ऐसी दवा
जो कीड़े नष्ट करनेवाली हो;apesticide. कृमिकर्ण - किमिकण्णो (पुं०) कान का कीड़ा;
___worm in the ear. कृमिकोश - किमिकोसो (पुं०) रेशम का कीड़े का
खोल; cocoon of a silk-worm. कृमिला - किमिला (वि०) (त्रि०) फलती-फूलती
स्त्री; fruitful woman. Vकृश् - किस ['तनूकरणे' कृश्यति] दुबला, हो
JHT; to grow lean, wane. कृश - किस (क्रशीयस्, क्रशिष्ठ) (वि०) (त्रि०)
दुबला पजला, निर्बल गौण, तत्त्वहीन, बीमार; lean, thin, weak, unimportant, ill.
कृशरा - किसरा 'कृसर'. thin woak कृशाकु - किसागु (1) (पुं०) कपि, वह्नि, सूर्य ;
monkey, fire, sun. (2) (वि०) (त्रि०)
दूसरों को सताने वाला; afflicting others, कृशाश्व - किसस्सो (पुं०) एक आचार्य जिन्होंने
सर्वप्रथम जृम्भक अस्त्र पाए; an acharya
first author of the Jrmbhak missles. कृशाश्चिन् - किसचि (कृशाश्वेन प्रोक्तमधीते) (पुं०)
नट;actor. कृष् - कस्स ["विलेखने', कर्षति, -ते, कृष्ट,
कर्षयति] खींचना, घसीटना, खूड़ निकालना, खोदना, हल चलाना, आकृष्ट करना, पीड़ा देना चढ़ाना (धनुष्) वश में कर लेना, प्राप्त करना, अर्जन करना, ('कर्षन्ति च महद्यशः',मनु. III . 66) छीनना; to draw, drag, draw furrows, plough, attract, bend (bow), overpower, obtain, earn,
snatch. कृषक - किसगो (पुं०) किसान; fermer. कृषि - किसि (स्त्री०) हल बाहना खेती;
ploughing, agriculture. प्रथम तीर्थकर
ने इसकी सबसे पहले शिक्षा दी. कृषिकर्म - किसिकम्म ( न०) काश्तकारी:
hinchandry कृषिकारक - किसिकारगो (पुं०) =कृषक। कृषिवर्ष - किसिवासं (न०) वह वर्ष जो कृषि की
उन्नति संबंधी कार्यों के लिए निश्चित होता है;
an agricultural year. कृषीवल - किसीबलो (कृषि-) (पुं०) खेतिहर,
किसान; husbandman. कृष्ट - किट्ठ (वि०) (त्रि०) खींचा, जुता, हल चलाया;
___drawn, furrowed, ploughed. कृष्टपच्य - किट्ठपच्च (कृष्टे स्वयमेव पच्यन्ते इति)
(वि०) (त्रि०) खेत में डालने पर अनायास पक जानेवाला (नाज); ripend in the
field without labour. कृष्टि - किट्टि [Vकृष्+ ति] (स्त्री०) खेती, फसल,
कर्षण, खेती करना, जोतना; ploughing harvest, attacting to plough.
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