________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 881 ) लुण्ठकः [ लुण्ठ /- बुल ] लुटेरा, डाकू, चोर / तीन पद लुप्त हो गये हों-दे० काव्य० 10 उपमा के लुण्ठनम् [लुण्ठ / ल्युट् ] खसोटना, लूटना, चुराना,--यदस्य अन्तर्गत, -- पद (वि) न्यून पदों से युक्त, पिंडोदक दैत्या इव लुण्ठनाय काव्यार्थचौरा: प्रगुणीभवन्ति क्रिया (वि०) श्राद्धकर्म से विरहित,-प्रतिज्ञ (वि०) ----विक्रमांक० 111 / जिसने अपनी प्रतिज्ञा तोड़ दी है, श्रद्धाहीन, विश्वासलुण्ठा [लुण्ड्+अ+टाप्] 1. लूट, खसोट 2. लुढ़क-पुढ़क / घाती, प्रतिभ (वि०) तर्कनाशक्ति से हीन / / लुण्ठाकः लुण्ठ +पाकन् 1. लुटेरा 2. कौवा / लुब्ध (भू० क० कृ०) [लुभ्+क्त] 1. लालची, लोभी, लुण्ठिः, --ठी (स्त्री) (लुण्ठ | इन्, लुण्ठि + ङीष् ] खसोटना, लोलुप 2. इच्छुक, लालायित, उत्सुक यथा धनलुब्ध, लूटना, डकैती डालना। मांसलुब्ध और गुणलुब्ध आदि में, ब्धः 1. शिकारी लुण्ड् (चुरा० उभ० लुण्डयति-ते) खसोटना, लूटना उकैती 2. स्वेच्छाचारी, लम्पट / डालना। लुब्धकः [लुब्ध+कन्] 1. शिकारी, बहेलिया, मगमीनसलुण्डिका [लण्ड +इन+कन्+टाए] 1. गोल पिंडी, गेंद ज्जनानां तृणजलसंतोषविहितवृत्तीनाम् , लुब्धक धीवर2. उचित चाल चलन / पिशुना निष्कारणवैरिणो जगति - भर्त० 2061 लुण्डी लुण्डि + डी] उचित या शोभन चालचलन / 2. लोभी या लालची पुरुष 3. स्वेच्छाचारी 4. उत्तरी लुन्थ् (भ्वा० पर० लुन्थति) 1. प्रहार करना, चोट गोलार्द्ध का एक तेजस्वी तारा।। पहुंचाना, मार डालना 2. भुगतना, पीड़ित होना, लुभ् (दिवा० पर० लुभ्यति, लुब्ध) 1. लालच करना, कष्ट उठाना / लालायित होना, उत्सुक होना (सम्प्र० या अधि० के लुप्त (दिवा० पर० लप्यति) 1. घबड़ा देना, विस्मित साथ)-- तथापि रामो लुलभे मृगाय 2. रिझाना, फुसकरना 2. विस्मित हो जाना या घबड़ा जाना। लाना 3. घबरा जाना, विस्मित होना, भटकना-प्रेर० i (तुदा० उग० लम्पति-ते, लुप्त 1. तोड़ना, भंग करना, (लोभयति-ते) 1. ललचाना, लालायित करना, काट देना, नष्ट करना, क्षतिग्रस्त करना अनुभव उत्कंठित करना--पुप्लुवे बहु लोभयन् भट्टि० 5 / वचसा सखि लपसि--- 0 4 / 105 2. अपहरण 482. वासना को उत्तेजित करना 3. फुसलाना, करना, बञ्चित करना, ठगना, लूटना 3. छीन लेना, बहकाना, प्रलोभन देना, आकृष्ट करना-लोभ्यमानझपट्टा गार लेगा . लोप करना, दबा देना, ओझल नयनः श्लथांशुमखलागुणपनितम्बिभिः रघु० 19 // करना - कर्मवा० (लुप्यते) 1. भंग होना, टूट जाना 26 . अस्तव्यस्त करना, अव्यवस्थित करना, व्याकुल 2. लुप्त होना, नष्ट होना, ओझल या लोप होना, करना, प्र , ललचना या इच्छुक होना (प्रेर०) (व्या० में) प्रेर० (लोपयति-ते) 1. तोड़ना, भंग रिझाना, आकृष्ट करना, फुसलाना, पि-, अव्यवस्थित करना, उल्लंघन करना, अपकार करना 2. भूल या अस्तव्यस्त होना भट्टि० 9140, (प्रेर०) रिझाना जाना, उपेक्षा करना, क्युिक्त करना. रघु०१२।९, फुसलाना, आकृष्ट करना स्मर यावन्न विलोभ्यसे इच्छा० (ललप्सति, लुलोपिपति)-पाङन्त लोलप्यते दिवि - कु० 4 / 20, अङ्गनास्तमधिकं व्यलोभयन् या लोलोप्ति; अव--प्र-, अपहरण करना, नष्ट (मखः)-रघु० 19 / 10 2. बहलाना, मनोरंजन करना वि.1. तोड़ देना, खींच कर भग्न कर देना, करना, रिझाना---क्व दृष्टि विलोभयामि-श०६ / काट देना 2. छीन लेना, खसोटना, लूट | लुम्ब (भ्वा० पर०, चुरा० उभ० लुम्वति, लुम्बयति - ते) लेना, उठा कर भाग जाना 3. विगाड़ना नष्ट सताना, तंग करना।। करना, वर्वाद करना, ओझल करना-प्रियमत्यत्तविल | लुम्बिका [ लुम्ब्+ण्वुल+टाप्, इत्वम् ] एक प्रकार का प्तदर्शनम् -कु० 4 / 2, 'सदा के लिए ओझल हो गया' वाद्ययंत्र / उत्तर० 3 / 28 5. पोंछ देना, मिटा देना। लल (भ्वा० पर० लोलति ललित) 1. लोटना, इधर-उधर लुप्त (भू० क० कृ०) [लुप्+क्त] 1. टूटा हुआ, भग्न, लुढ़कना, इधर उधर घूमना, करवटें बदलना-ललि क्षतिग्रस्त, नष्ट 2. खोया हुआ, वञ्चित रघु० तादृष्टि गदादिव वस्खले-कि० 1816, शि० 372, 14156 3. लूटा गया, ठगा गया 4. हटाया गया, 10 / 36 2. हिलाना, हरकत देना, क्षुब्ध करना, कंपालोप किया गया, ओझल या लोप हआ (व्य.. में) यमान करना, अब्यबस्थित करना 3. दबाना, कुचलना 5. भुल से रहा हुआ, उपेक्षित 6. व्यवहारातीत, ---दे० नी० 'ललित, प्रेर० (लोलयति ते) हिलाना, अप्रयुक्त, अप्रचलित उत्तर 3 / 33, दे० लुप् प्तम् चालित करना शि० 9 / 5, आ--, जरा छूना चुराई हुई संपत्ति, लट का माल / सम० उपमा मालवि०२१७, वि-- 1. इधर उधर चक्कर काटना खंडित पा न्यून पद उपमा अर्थात् वह उपमा जिसमें 2. हिला देना, कम्पायमान करना 3. अव्यवस्थित उपमा के आवश्यक चारों अंगों में से एक, दो, अथवा / करना, अस्तव्यस्त करना, (बालों को) छितराना। 111 For Private and Personal Use Only