________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मुकाबला करने वाला, विरोध करने वाला,-कः / --मा० 3 / 11, दमघोषसुतेन कश्चन प्रतिशिष्टः शाखा, अंकुर / प्रतिभानवानथ-शि०१६।१। प्रतिबंधनम् [प्रति+बं+ल्युट्] 1. बाँधना, कसना 2. | प्रतिभावः [प्रति+भू+घञ्] तदनुरूप वृत्ति / कैद, बंधन 3. अवरोध, रुकावट / प्रतिभाषा [प्रति+-भाष+अ-+-टाप्] उत्तर, जवाब / प्रतिबंधिः,-धी प्रतिबन्ध + इनि, प्रतिबन्ध-हीष] 1. | प्रतिभासः [प्रति+भास्+घञ] 1. मन में स्फरित होना, आक्षेप 2. ऐसा तक जो विपक्ष पर समान रूप से चमकना झलकना, (अकस्मात्) प्रतीति-वाच्य प्रभाव डाले (इस अर्थ में प्रतिबन्दी' शब्द भी है)।। वैचिथ्य प्रतिभासादेव-काव्य० 10 2. दृष्टि, दर्शन प्रतिबाधक (वि.) [प्रति+बाध --- बुल] 1, हटाने वाला, 3. भ्रम, माया। दूर करने वाला 2. रोकने वाला, अवरुद्ध करने वाला। प्रतिभासनम् प्रति+भास्+ ल्युट दृष्टि, दर्शन, झलक / प्रतिवादनम् [प्रति+बाथ् + ल्युट्] हटाना, दूर करना, प्रतिभिन्न (भू० क० कृ०) [प्रति--भिद्-+-क्त 1. पारअस्वीकार करना। विद्ध 2. सटा हुआ, जुड़ा हुआ 3. विभक्त। प्रतिबिंबनम् (प्रतिबिम्ब--विवप् + ल्युट] 1. परछाई 2. प्रतिभूः प्रति+भू+विवप 1. जमानत, प्रतिभूति, तुलना -दृष्टांतः पुनरेतेषां सर्वेषां प्रतिबिम्बनम् जमानत देने वाला, (उत्तरदायी होने का प्रमाणपत्र), --काव्य० 10 / विश्वास, - सौभाग्यलाभप्रतिभू: पदानाम्---विक्रम प्रतिबिंबित (कि०) [प्रतिबिंव-क्विप+क्त] जिसकी १२९-याज्ञ. 210, 50, नै० 1414 / परछाई पड़ी हो, दर्पण में प्रतिफलित / प्रतिभेदनम् (प्रति+भिद्-+ ल्युट् | 1. आर पार पींधना, प्रतिबुद्ध (भ० क० कृ०) (प्रति+बुध+क्त] 1. जागा घुसेड़ना 2. काटना, खण्डित करना, फाड़ना 3. हुआ, जगाया हुआ 2. पहचाना हुआ, देखा हुआ 3, (आँख) निकाल लेना 4. विभक्त करना / प्रसिद्ध, विख्यात। | प्रतिभोगः [प्रति+भुज+घञ] उपभोग / प्रतिबुद्धि. (स्त्री०) [प्रति + बु+क्तिन्] 1. जागरण प्रतिमा [प्रति+मा+अड-टाप्] 1. प्रतिबिंब, समानता, 2.विरोधी अभिप्राय या इरादा / प्रतिमा, आकृति, बुत-- रघु० 16 / 39 2. समरूपता, प्रतिबोधः [प्रति +बुध+धा] 1. जागना, जागरण, सादृश्य (प्रायः समास में गरोः कृशानुप्रतिमात् जगाया जाना ---तदपोहितुमर्हसि प्रिये प्रतिबोधेन --रघु० 2 / 49 3, परछाई, प्रतिबिंब-- मुखमिंदविषादमाशु मे— रघु० 8154, अप्रतिबोधशायिनी रुज्ज्वलकपोलमतः प्रतिमाच्छलेन सुदृशामविशत्-शि० ---58, 'सदा के लिए सो जाने वाली' -कि०६।१२, 9648, 73, रघु०७।६४, 12 / 100 4. माप, विस्तार 12 / 48 2. प्रत्यक्षज्ञान, जानकारी 3. अनुदेश, शिक्षण 5. दोनों दांतों के बीच का हाथी के सिर का भाग। 4. तर्क, तर्कना, मनःशक्ति --किमत याः प्रतिबोधवत्यः सम०--गत (वि०) मूर्ति में वर्तमान,--चंन्द्रः प्रतिश० 5 / 22 / बिंबित चन्द्रमा, चन्द्रमा का प्रतिबिंब--रघु० 10 / 65, प्रतिबोधनम् [प्रतिबुध +-णिच् + ल्युट] 1. जगाना 2. इसी प्रकार--प्रतिमें दुः, प्रतिमाशशांकः,--परिचारक: शिक्षण, अनुदेश। पुजारी, मूर्ति का सेवक / प्रतिबोधित (वि.) [प्रति-+बुध+णिच्+क्त] 1. प्रतिमानम् [प्रति+मा+ल्युट] 1. नमना, प्रतिमूर्ति 2. जगाया हुआ 2. अन दिष्ट, शिक्षित / / प्रतिमा, मूर्ति 3. समानता, उपमा, समरूपता 4. बोझ प्रतिभा [प्रति-भाक+टाप्] 1. दर्शन, दृष्टि 2. 5. दांतों का मध्यवर्ती सिर का भाग-पृथुप्रतिमानभाग प्रकाश, प्रभा 3. बुद्धि, समझ-कि० 16 / 2, विक्रम -, शि० 5 / 36 6. परछाई। 1118, 23 4. मेधा, प्रखर बुद्धि, विशद कल्पना, प्रतिमुक्त (वि.) [प्रति---मुच+क्त ] 1. धारण किया प्रज्ञा (प्रज्ञा नवनवोन्मेषशालिनी प्रतिभा मता) 5. हुआ, पहना हुआ, प्रयुक्त किया हुआ 2. कसा हुआ, प्रतिबिंब, परछाई 6. घृष्टता, ढिठाई। सम-अन्वित बाँधा हुआ, जकड़ा हुआ 3. शास्त्र से सज्जित, (वि.) 1. मेधावी, प्रज्ञावान 2, बेधड़क, साहसी, हथियारबंद 4. मुक्त, छोड़ा हुआ 5. लौटाया हुआ, -मुख (वि०) साहसी, दिलेर,-हानिः (स्त्री०) वापिस किया हुआ 6. फेंका हुआ. उछाला हुआ 1. अंधकार 2. प्रज्ञा या मेधा का अभाव / (दे० प्रतिपूर्वक मच')। प्रतिभात (भू० क० कृ०) [प्रति -भा+क्त] 1. उज्ज्वल, प्रतिमोक्षः, प्रतिमोक्षणम् [प्रति + मोक्ष + घन, ल्युट् प्रभायुक्त 2. ज्ञान, अध्याहृत, अवगत / प्रतिभानम् [प्रति+मा+ ल्युट्] 1. प्रकाश, दीप्ति 2. बुद्धि | प्रतिमोचनम् [प्रति -- मुच्+ ल्युट ] 1. शिथिल करना या समझ, ज्ञान को चमक-हि० 3 / 19 3. हाजिर 2. प्रतिशोध, प्रतिहिंसा, प्रतिदान-वैरप्रतिमोचनाय जवाबी,-प्रत्युत्पन्नमतित्व-कालावबोधः प्रतिभानवत्त्वम् / --रघु० 14141 3. मुक्ति, छुटकारा / शि, दीप्ति 2. बटवा ] मुक्ति, छटकामात- मोक्ष + घना For Private and Personal Use Only