SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 551
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org ( ५४२ ) भाग, आख्या, प्रकाश:, क्रमः, --- कप्ययः, -अन्तः, -- अवसानम्, 1 रात बिताना 2. पौ फटना अदः - निशाद - अंध ( वि० ) जिसे रतौंधा आता हो, रात का अंधा, अधीशः, --- ईशः, -- नाथः, – पतिः, मणिः, रलम् चन्द्रमा, चाँद - अर्धकालः रात का पूर्वा - आह्वा हल्दी, आदि: सांध्यकालीन - उत्सर्गः रात्रि का अवसान, पौ फटना कर: 1. चाँद - कु० ४११३ 2. मुर्गा 3. कपूर, गृहम् शयनागार, -चर (वि०) (स्त्री० रा, री) रात में घूमने फिरने वाला, रात को चुपचाप पीछा करने वीला ( - रः ) 1. राक्षस, पिशाच, भूत, प्रेत रघु० १२०६९ 2. शिव का विशेषण 3. गीदड़, 4. उल्ल 5. साँप 6. चक्रवाक 7. चौर पति: 1. शिव और 2. रावण का विशेषण (री) 1. राक्षसी 2. रात को निश्चित किये हुए समय पर अपने प्रेमी से मिलने के लिए जाने वाली स्त्री - राममन्मथशरेण ताडिता दुःसहेन हृदये निशाचरी -- रघु० ११।२० ( यहां पर यह शब्द 'प्रथम अर्थ' के लिए भी प्रयुक्त है) 3. वेश्या, -- चर्मन् (पुं० ) अंधकार, जलम् ओस, कोहरा, - दर्शिन् (पुं०) उल्लू, निशम् ( अव्य० ) पर रात, सदैव --- पुष्पम्, सफेद कमलिनी ( रात को खिलने वाली ) 2. पाला, ओस, - मुखम् रात्रि का आरम्भ -मृगः गीदड़ -- वनः क्षण, बिहारः पिशाच, राक्षस ——प्रचक्रतु रामनिशाविहारी - भट्टि० ० २।३६ - वेदिन् ( पुं० ) मुर्गा, हसः श्वेत कमल, कुमुद ( रात को खिलने वाला) | कि० निशात ( भू० क० कृ० ) [ नि + शो + क्त ] 1. पहनाया हुआ, ज्ञान पर चढ़ा कर तेज किया हुआ, तेज १४१३० 2. चमकाया आ, झलकाया हुआ उज्ज्वल । निशानम् [ नि+शो+ ल्युट् ] पह्नाना, शान पर चढ़ाकर तेज करना । निशांत (भू० क० कृ० ) [ नि + शम् + क्त ] शांतियुक्त, शांत, चुपचाप, सहनशील, तम् घर, आवास, निवास - रघु० १६/४० । निशाम: [ नि + शम् + घन् ] निरीक्षण करना, प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त करना, दर्शन करना । निशामनम् [ नि + शम् + णिच् + ल्युट् ] 1. दर्शन करना, अवलोकन करना 2. दृष्टि 3. सुनना 4. वार २ निरी क्षण करना 5. छाया, प्रतिबिंब । निशित ( वि० ) [ नि+शो+क्त] पैना किया हुआ, शान पर तेज किया हुआ निशितनिपाताः शराः श० १। १० 2. उद्दीपित, तम् लोहा । निशीयः [ निशेरते जना अस्मिन् निशी अवारे थक - तारा० ] 1. आधीरात निशीथदीपाः सहसा हृतत्विषः - रघु० ३।१५, मेघ ० ८८ 2. मांने का समय, Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रात-- शुचौ निशीथेऽनुभवंति कामिनः - ऋतु० ११३, अमरु० ११ । निशीथिनी, निशीथ्या [ निशीथ + इनि + ङीप्, निशीथ + यत्+टाप् ] रात । निशुंभ: [ नि + शुम्भ्+घञ ] 1. वध, हत्या - मा० ५।२२ 2 तोड़ना, ( धनुष आदि का ) झुकाना --- महावी० २।३३ 3. एक राक्षस का नाम जिसको दुर्गा ने मार दिया था । सम० - मथमी, मदनी दुर्गा का विशेषण | निशुंभनाम् [ नि + शुभ् + ल्युट् } वध करना, हत्या करना । निश्वयः [ निस् + चि+अप् ] 1. जांच पड़ताल, खोज, पूछताछ 2. स्थिर मत, दृढ़ विश्वास, पक्का भरोसा 3. निर्धारण, दृढ़ संकल्प, दृढ़ता- एष मे स्थिरो निश्चयः - मुद्रा ० १ 4 निश्चिति, स्पष्टता, असंदिग्ध, परिणाम 5 पक्का इरादा, योजना, प्रयोजन, उद्देश्य - कैकेयी क्रूरनिश्चया- रघु० १२/४, कु० ५५ । निश्चल (वि० ) [ निस् + चल् + अच् ] 1. अचर, स्थिर, अटल, अडिग 2. अपरिवर्त्य, अपरिवर्तनीय भग० २।५३ ला पृथ्वी । सम० - अंग ( वि०) दृढ़ शरीरवाला, मजबूत ( ग ) 1. सारस की एक जाति 2. चट्टान, पहाड़ । निश्चायक ( fa० ) [ निस् + चि + ण्वुल् ] निधीरक, निर्णयात्मक, अन्तिम या निश्चयात्मक । निश्चारकम् [ निस् + चर् + ण्वुल् ] 1. मलोत्सर्ग करना 2. हवा, वायु 3. हठ, स्वेच्छाचारिता । निश्चित ( भू० क० कृ० ) [ निस् + चि+क्त] निश्चित किया हुआ, निर्धारित किया हुआ, फैसला किया, तय किया हुआ समापन किआ हुआ ( कर्तृवा० में भी प्रयुक्त) अरावणमरामं वा जगदद्येति निश्चितः रघु० १२/८३, तम् निश्चय, निर्णय, तम् ( अन्य ० ) निःसन्देह, निश्चित रूप से अवश्यमेव । निश्चितिः (स्त्री० ) [ निस् + चि + क्तिन् ] 1. निश्चय करना. निर्णय करना 2. निर्धारण, दृढ़ संकल्प । निश्रमः [ नि + म् +घञ ] किसी कार्य पर किया गया परिश्रम, अध्यवसाय, अनवरत परिश्रम । निश्रयणी, निश्रेणि, निश्रेणी [ नि + श्रि + ल्युट् + ङीप, नि श्रि + नि, ङीष् वा ] सीढ़ी, जीना, तु० 'नि:श्रयणी' । निश्वास: [ नि + श्वस् + घञ ] साँस खींचना, साँस लेना, आह भरना - तु० 'निःश्वास' । निषंग: [ नि + सज् + ञ ] 1. आसक्ति, संलग्नता 2. सम्मिलन, साहचर्य 3. तरकस -- शि० १०/३४, कि० १७१२६. रघु० २३०, ३।३४ ॥ निषंगथि: [ नि + सज् + घथिन् ] 1. आलिंगन 2. धनुवर 3. सारथि 4. रथ, गाड़ी । For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy