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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org ( ५३१ --अशन (वि०) भोजन से परहेज करने वाला (नम्) उपवास, अस्त्र ( वि० ) जिसके पास हथियार न हो, निहत्था, - अस्थि (वि०) बिना हड्डी का, अहंकार, - अहंकृति (वि०) घमंडरहित, अभिमानशून्य, विनीत नम्र, -- अहम् (वि०) अहंमन्यता से मुक्त, आकांक्ष ( वि० ) 1. जिसे किसी वस्तु की इच्छा न हो, इच्छा से मुक्त 2. ( वाक्य या शब्द के अर्थ आदि को ) पूरा करने के लिए जिसे किसी की अपेक्षा न हो, आकार ( वि० ) 1. आकृतिशून्य, आकाररहित, बिना रूप का 2. कुरूप, विरूप 3. छद्मवेषी 4. विनम्र, कुशील (रः) 1. परमात्मा, सर्वशक्तिमान 2. शिव की उपाधि 3. विष्णु का विशेषण, आकुल ( वि० ) 1. जो घबराया न हो, अनुद्विग्न, जो हतबुद्धि न हुआ हो 2. स्थिर, शांत 3. स्वच्छ, निर्मल, - आकृति - ( वि० ) 1. आकाररहित, रूपरहित 2. विरूप (तिः ) 1. वह ब्रह्मचारी जिसने विधिपूर्वक वेदाध्ययन न किया हो 2. विशेषकर वह ब्राह्मण जिसने अपने वर्ण के लिए निर्धारित वेदाध्ययन के कर्तव्य को पूरा न किया हो, आक्रोश (वि०) जिस पर दोषारोपण न किया गया हो, जिसका तिरस्कार न हुआ हो, आगस् (वि०) निर्दोष, निरीह, निष्पाप -- रघु० ८०४८, आचार (वि०) आचारहीन, धर्मभ्रष्ट, आडंबर वि०) बिना ढोल का, ढोंगरहित, - आतंक ( वि० ) 1. भय से मुक्त - रघु० १/६३, 2. नीरोग, सुखद, स्वस्थ, आतप ( वि०) जिसमें धूप या गर्मी न हो, छायादार (पा) रात, आदर ( वि० ) अपमानजनक, आधार (वि०) 1. आवाररहित 2. निराश्रय, आश्रमहीन ( आलं० भी ) निराधारो हा रोदिमि कथय केषामिह पुरः - गंगा० ४१३९, - आधि ( वि० ) निर्भय, चिन्तामुक्त, आपद् (वि० ) आपत्ति रहित, संकटमुक्त, आबाध (वि० ) असन्तापित, उत्पीडन र हित, बाधारहित, बाधामुक्त, 2. निर्बाध 3. जो बाधक न हो, जो पीड़ा न पहुँचाता हो 4. ( विधि में ) ( मुक़दमा या अभियोग का कारण आदि) मूर्खतापूर्वक प्रबाधी उदा० अस्मद्गुहप्रदीप प्रकाशनायें स्वगृहे व्यवहरति-मिता०, -- आमय ( वि० ) 1. रोगमुक्त, स्वस्थ, नीरोग, भला चंगा 2. निष्कलंक, विशुद्ध 3. निष्कपट 4. दोषों से मुक्त, निर्दोष 5. भरा हुआ, संपूर्ण 6: अमोध ( यः, -यम् ) नीरोगता, स्वास्थ्य, कल्याण, मंगल, आनन्द (यः) 1. जंगली बकरी 2 सूअर, ---आमिष ( वि० ) 1. बिना मांस का मांस न खाने वाला 2 वासनारहित, लालच से मुक्त 3. पारिश्रमिक आदि न पाने वाला, आय ( वि० ) जिससे कोई आमदनी या राजस्व प्राप्त न हो, लाभ रहित, Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ) - आयास (वि० ) जिसम परिश्रम न लगे, सुकर, आसान, आयुध ( वि० ) जिसके पास हथियार न हो, निरस्त्र, निहत्था, आलंब (वि०) जिसे कोई सहारा न हो, ( आलं० भी ) महावी० ४।५३ 2. जो दूसरे पर आश्रित न हो, स्वतंत्र 3. जो अपना आश्रय आप ही हो, असहाय, अकेला -- निरालंबो लंबोदरजननि कं यामि शरणम्-जग०, आलोप (वि० ) 1. इधर उधर न देखने वाला 2. दृष्टिहीन 3. प्रकाशरहित, अंधकारयुक्त मा० ५/३० - आश (वि०) आशाशून्य, निराश, नाउम्मीद मनो बभूवेंदुमतीनिराशम् - रघु० ६१२, - आशंक (वि०) निर्भय, - आशिष् ( वि० ) 1. आशीर्वाद या वरदान से वञ्चित 2. निरिच्छ, इच्छारहित, निराश, उदासीन -- जगच्छरण्यस्य निराशिषः सतः - कु० ५/७६, -आश्रय (बि० ) 1. आश्रयहीन, जिसे कोई सहारा न हो, आश्रयरहित 2. मित्रहीन, दरिद्र, अकेला, शरणहित निराश्रयाधुना वत्सलता, आस्वाव ( वि०) स्वादरहित, फीका, बेमजा, आहार ( वि० ) जिसे भोजन न मिले, उपवास करने वाला, भोजन से परहेज करने वाला (-र: ) उपवास करना, इच्छ ( वि० ) विना इच्छा के, चाहरहित, उदासीन, इन्द्रिय ( वि० ) 1. जिसका कोई अंग नष्ट हो गया हो या काम न दे 2. विकलांग, अपांग 3. दुर्बल, अशक्त, कमजोर 4. ज्ञान के साधन से हीन, जिसकी कोई इन्द्रिय बेकाम हो गई हो - मनु० ९११८, - इंधन ( वि० ) इंधनरहित, इति ऋतुओं के संकट ( अतिवृष्टि, अनावृष्टि आदि) से मुक्त - रघु० १/६३, दे० इति - ईश्वर ( वि० ) ईश्वर को न मानने वाला नास्तिक, - ईषम् हल का फाल, -- ईह ( वि० ) 1. तृष्णा से रहित, उदासीन, रघु० १० २१2. उद्य महीन, उच्छ्वास (वि०) 1. जो श्वास न लेता हो, श्वास रहित ( उ ) श्वास- क्रिया का अभाव, उत्तर (वि०) 1. उत्तर रहित, बिना उत्तर के 2. जो कुछ उत्तर न दे सके, चुप 3. जिससे बड़ा कोई और न हो, उत्सव ( वि० ) विना उत्सव का – विरतं गेयमृतुनिरुत्सवः - रघु० ८३६६, उत्साह (वि०) जिसमें उत्साह न हो, उत्साह रहित, स्फूर्ति शून्य (हः ) उत्साह का अभाव, आलस्य - उत्सुक (वि० ) 1. उदासीन 2. शान्त, चूपचाप, उदक (वि०) जलरहित, उद्यम, उद्योग (वि०) निश्चेष्ट, निकम्मा, आलसी, सुस्त, उद्वेग (वि०) उत्तेजना रहित, जिसमें घबराहट न हो, गम्भीर, शांत, उपक्रम (वि०) जिसका आरम्भ न हुआ हो, उपद्रव (वि०) 1. संकट या कष्ट से मुक्त, जिसमें या जहाँ कोई भय या उत्पात न हो, भाग्यशाली, सुखद, निर्वाध For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
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