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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( २४७ ) रहित धड़ (विशेषतः जब कि उसमें प्राण बाकी हों) 5. सारस पक्षी 6. मूत्राशय,---ल: 1. सारस पक्षी 2. (स्वं) नृत्यकबन्धं समरे ददर्श-रघु० ७।५१, १२।। एक प्रकार का मग । सम०--अक्षी (स्त्री) कमल जैसी ४९,-ध: 1. पेट 2. बादल 3. धूमकेतु 4. राहु 5. | आँखों वाली स्त्री,—आकर: 1. कमलों का समूह 2. जल (इस अर्थ में यह शब्द नपुं० भी होता है)। कमलों से भरा सरोवर,-आलया लक्ष्मी को उपाधि ----शि०१६।६७ 6. रामायण में वणित बलवान् राक्षस -~-मुद्रा० २, आसनः कमल पर स्थित, ब्रह्मा (जव राम और लक्ष्मण दण्डक वन में रहते थे तो एक ---कान्तानि पूर्व कमलासनेन-कु० ७७०, -क्षिणा बार कबन्ध राक्षस ने इन पर आक्रमण किया परन्तु कमल जैसे नेत्रों वाली स्त्री,-उत्तरम् कुसुंभ का फूल, युद्ध में मारा गया-कहते है कि इन्द्र द्वारा शाप दिये --- खंडम् कमलों का समूह,-ज: 1. ब्रह्मा का विशेषण जाने से उसे राक्षस का रूप धारण करना पड़ा और 2. रोहिणी नाम का नक्षत्र, ---जन्मन् (पुं०)-भवः, जब तक कि राम और लक्ष्मण ने नहीं मारा वह --योनिः,-संभवः कमल से उत्पन्न ब्रह्मा को उपाधि । राक्षस बना रहा)। कमलकम् कमल-+कन] छोटा कमल । कंबर,-री (प्रायः कवर,-रो लिखे जाते हैं)। कमला [कमल-अच+टाप्] 1. लक्ष्मी का विशेषण 2. कमला. कबिस्थः [कपित्थः -पृषो० साधुः] कैथ का वृक्ष । श्रेष्ठ स्त्री। सम० -पतिः,-सख: विष्णु की उपाधि । कम् (चुरा० आ०-कामयते, कामित, कान्त) 1. प्रेम । कमलिनी [कमल+इनि+डोप 1. कमल का पौषा; करना, अनुरक्त होना, प्रेम करने लगना- कन्ये काम- ----साऽऽऽह्रोव स्थलकमलिनी न प्रबुद्धां न सुप्ताम् यमानं मां न त्वं कामयसे कथम् काव्या०, ११६३, -~-मेघ० ९०, रम्यान्तरः कमलिनीहरितः सरोभिः (ग्राम्यता का एक उदाहरण)-कलहंसको मन्दारिका -श०४।१०, रघु० ९।३०, १९।११ 2. कमलों का कामयते --मा० १ 2. प्रबल लालसा करना, कामना ! समूह 3. कमल-स्थलो (जहाँ कमल बहुतायत से हों)। करना, इच्छा करना--न वीरसू शब्दमकामयेताम् कमा [कम् +-णिङ अ-+टाप्] सौंदर्य, मनोहरता। -रघु० १४१४, निष्क्रष्टुमर्थं चकमे कुबेरात् -५।२६, कमित (वि०) (स्त्री०-त्री) [कम्+तुच] विषयी, ४१२८, १०.५३, भट्रि० १४१८२, अभि---1. प्रेम लम्पट। करना 2. चाहना, नि ,प्र-अधिक चाहना, प्रवल । कम्प् (भ्वा० आ०-कम्पते, कम्पित) हिलना-डुलना, इच्छा करना। काँपना, इधर-उधर आना-जाना (आलं. भी)-चाम्पे कमठः किम् -। अठन् ] 1. कछुवा संप्राप्त: कमठः स चापि तीर्णलौहित्ये तस्मिन् प्रागज्योतिषेश्वरः --रघु० ४१८१ नियतं नष्टस्तवादेशतः---पंच० ११८४ 2. बाँस मृच्छ० ४१८, भट्टि० १४।३१, १५१७०,अनु-तरस 3. जल का घड़ा,--ठी कछवी या छोटा कछुवा । खाना, करुणा करना--नीयमाना भुजिष्यात्वं कम्पसे सम० --पतिः कछवों का स्वामो। नानुकम्पसे . मच्छ० ४।८, किं वराकी नानुकम्पसे मा० कमण्डलुः-लु [कस्य जलस्य मण्डं लाति कमण्ड-ला १०, (प्रेर०), तरस खाना--कु० ४१३९, आ-हिलना +कु] (लकड़ो या मिट्टो का) जल पात्र जो संन्यासी डुलना, काँगना; (प्रेर०) हिलाना-डुलाना, कॅपाना रखते है,-कमण्डल पमोऽमात्यस्तनुत्यागो बहुग्रह:--हि. -~-अनोकहाकम्पितपुष्पगन्धो-- रघु० २।१३, ऋतु०६॥ २।९१, कमण्डल नोदकं जिक्ता-मन ०२१६४, याज्ञः । २२, प्र हिलना, काँपना --प्राकम्पत भुजः सव्यः १११३३ । सम० -तरः वह वृक्ष जिसके कमंडल बनते ---रामा०, प्राकम्पत महाशैल:-महा०, (प्रे०) हिलाना, हैं,-धरः शिव का विशेषण । चलाना--भट्रि० १५।२३, वि--हिलना, काँपना,-कि कमन (वि.) [कम् + ल्यट] 1. विषयी, लमट 2. मनोहर यासि बालकदलोव विकम्पमाना---मच्छ० ११२०, सुन्दर, न: 1. कामदेव 2. अशोक वृक्ष 3 ब्रह्मा। स्फुरति नयनं वामो बाहुमहुश्च विकम्पते--९।३० कमनीय (वि.)[कम+अनीयर] 1. जो चाहा जाय, चाहने भग० २।३१; (प्रेर..)हिलाना-डुलाना-रघु० ११३१९, के योग्य,--अनन्यनारीकमनोयमकम् --- कु. ११३७ 2. ऋतु० २।१७, समनु - तरस खाना, करुणा करना मनोहर, सुहावना, सुन्दर-शाखावसक्तकमनीयपरिच्छ- - रघु० ९।१४। दानां-कि० ७।४०, तदपि कमनीयं वपुरिदम्-श० । कम्पः [ कम्प+घञ ] 1. हिल-जुल, थरथराहट-कम्पेन ३१९ अने० पा०। किचित्प्रतिगृह्य मून:-रघु०१३१४४ जरा सा सिर कमर (वि.) कम् +अरच] विषयी, इच्छुक । हिला कर या मोड़ कर, १३।२८, कु०७।४६ भयकम्पः, कमलम के जलमलति भूषयति - कम । अल+अच] 1. विद्युत्कम्प: आदि 2. स्वरित स्वर का रूपान्तर, .- पा कमल ----कमलमनम्भसि कमले न कुवलये तोनि कनक- हिलाना, चलायमान करना, थरथराहट । सम० लतिकायाम् -- काव्य०१०, इसी प्रकार हस्त, नेत्र -अन्वित (वि.) कम्पायमान, क्षुब्ध,- लक्ष्मन् चरण आदि 2. जल 3. ताँबा 4. दवादारु, औषधि (पुं०) वायु । For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
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