________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1270 ) मषराजः [10 त०] मगरमच्छ / सुः1. ध्रुव तारा 2. समूह 3. अरुण देव / झापरिन् (वि.) [ झाङ्कार+इनि ] 'महार ध्वनि.को मोः कर्ण का नाम / करने वाला। सोः स्वर्ग। शि: 1. चन्द्रमा की कला 2. बन्दर / सौलिकम् (नपुं०) 1. पान आदि रखने का बक्स, पानवान सिल्लिन (पं.) एक वष्णि का नाम / 2.मोला, पैला। मोः (पं) हाथी। गः (पु.) 1. गायक 2. 'गरगर' का धन्द 3. सांड़ 4. शुक्र 5. पांच की संख्या। टका हक् +या, वा ] 1. टखना--टकोऽस्त्री टणे | दक्ति (वि०) [ टक्क++क्त ] बांधा हुआ--नाकृष्ट गुल्फे * नाना 2. (संगीत में) एक प्रकार का माप, न च स्तिं -हनु० / 3. टकसाल / सम-मतिः टकसालाध्यक्ष,-शाला कृतम् [टक+त] टखार, टनटन। टकसाल। | टोपरः (पु.) छोटा थेला / ठपकः (पु०) सौदागर, व्यापारी। | ठिठा (स्त्री०) जूआषर-कुवः स सम्पष्ठिण्ठायां कित। वान् स्वानभाषत-कथा० 92 / 121 / ग्मरिन् (पुं०) [डमर+इनि ] एक प्रकार का ढोल / मय चोटी-० 2253 2. शरीर-क्रोष्टा डिम्ब उम्बरः [डम्ब्-अरन् ] उच्चस्वर का घोष / व्यष्वणद्-शि० 1877 3. बुधू, जड़-राज. जिका (स्त्री०) एक बहुत छोटा पंखदार कीड़ा (जैसे कि 71072 / पिस्सू)। | सिम्मा [डिम्भ+अच्] पौधे का अंकुर, अंखुधा-२० 8 / 2 / जिम्बः [ डिम्ब+घञ्] 1. गुंजायमान शिखर, कोलाहल- | रेरिका (स्त्री०) छडूंदर। पकनम् [ढक्या ल्युट द्वार.बन्द करना / ढक्कारी (स्त्री०) दुर्गा की मूर्ति की तांत्रिक पूजा। डोकित (वि.) [ढोक -+पत ] निकट लाया हुआ / / For Private and Personal Use Only