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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1256 ) कुमारिकापुरम् (नपुं०) कन्याओं की व्यायामशाला | कुलाटः (पु.) एक प्रकार की मछली। - महा० 4 / 11 / 12, दश०२। कुलालचक्रम् [10 त०] कुम्हार का चाक / कुमालकः (पुं०) मालवदेश के एक प्रदेश का नाम / कुलिङ्गः [कु+लिङ्ग-+अच् ] 1. साँप-महा० 12 / कुमुवः,-दम् [ को मोदते इति कुमदम् ] 1. सफेद कमल 101172. हाथी-कुलिङ्गो भूमिकूष्माण्डे मतङ्गज जो चन्द्रोदय होने पर खिलता कहा जाता है 2. लाल भुजङ्गयो:-मेदिनी। कमल 3. विष्णु का विशेषण 4. कपूर। सम० कुल्फः (वेद०) टखना,-ऋ० 150 / 2 / सम.-दन -~-आनन्द (वि०) चन्द्रमा,- गन्ध्या कमल की सुगन्ध (वि०) टखने तक गहरा-शत० 12 / से युक्त महिला। | कुल्माषः [ कुल+क्विप्, कुल माषोऽस्मिन् ब० स०] कुम्पः (पु०) लूजा, जिसके हाथ विकृत हों। 1. खिचड़ी जिसमें आधे उबले चावल और दाल हो कुम्बकुरोरः (0) स्त्रियों के लिए सिर पर पहनने का 2. एक प्रकार का रोग। वस्त्र। कुल्लकः (पुं०) मनुस्मृति का एक टीकाकार। कुम्भः [कु+उम्भ+अच् ] घड़ा, जलपात्र / सम-उबरः कुशी [ कुश+डी ] गूलर की लकड़ी का टुकड़ा जो शिव का एक भूतगण, सेवक-रघु० 2 / 35 / - स्तोत्र के अन्तर्गत साम मंत्रों की संख्या गिनने के काम -उलकः उल्ल का एक भेद,-महा० 13 / 111 // आता है... छन्दोगस्तोत्रगणनाशङ्कासु-नाना। 101, पञ्जरः आला, ताक / कुशमुष्टिः [ष० त०] मुट्ठी भर 'कुश' घास / कुम्भिन् (वि०) [ कुम्भ+इनि ] आठ की संख्या। कुशिकाः (ब० ब०) कुशिक मुनि की सन्तान / कुम्भिनी (स्त्री०) [ कुम्भिन्-डीप्] 1. पृथ्वी 2. जमाल कुशेशयनिवेशिनी (स्त्री०) लक्ष्मी देवी। गोटे का पौधा / कुष्ठः [कुछ+कथन ] कुल्हे में पड़ा गडढ़ा। कुम्भीनसी (स्त्री०) लवणासुर की माता, रावण की बहन / कूष्माण्डहोमः (पुं) किसी भी बड़े धार्मिक आयोजन से कुम्भीमुखम् (नपुं०) एक प्रकार का घाव, व्रण / पूर्व किया जाने वाला हवन / कुरङ्गलाञ्छनः [ब० स०] चन्द्रमा / कुसुमम् [कुस्+उम ] 1. फूल 2. फल। सम०-अञ्जलिः कुष्पाञ्चालाः (ब० व.) एक देश का नाम / उदयनाचार्य की एक रचना,-द्रुमः फूलों से भरपूर कुहबिल्वः (पुं०) लालमणि, पद्मरागमणि / वृक्ष,-घयः (कुसुमन्धयः) मधुमक्खी--उदलसद्दलसत्कुकुलम् [कुल+क] 1. वंश, परिवार 2. समूह 3. रेवड़।। सुमन्धयः-- रा० च० / सम० अन्तस्था देवी का विशेषण,-आख्या, पारि-कुसुमयति (कुसुम-ना० धा०, लट्) फूल उत्पन्न करता वारिक नाम, वंशद्योतक नाम,-आपीड:-शेखरः है, या फूलों से सजाता है। परिवार की कीति या यश,--करणिः आनवंशिक कुस्तुम्बरी (स्त्री०) एक पधि का नाम / लेखपाल या अधिकारी,---कल परिवार के लिए | कुहकवृत्तिः (स्त्री०) धूर्तता, चालाकी। अपयश,-कुण्डालया कौल वृत्त में स्थित, देवी का | कुहरः [कुहरा+क ] भीतरी खिड़की। एक नाम, गरिमा (पुं०) कुल का गौरव या मर्यादा, | कुहकालः [10 त०] चान्द्रमास का अन्तिम दिन जबकि - जाया उच्चकुल में उत्पन्न महिला, द्रषण (वि.)। चन्द्रमा अदृश्य होता है। अपने परिवार को बदनाम करने वाला, नाशन | कुहमुखः [ब० स०] 1. भारतीय कोयल 2. संकट / (वि०) परिवार को नष्ट करने वाला, पांसनः जो | कुहमुखम् [ष० त०] नया चाँद / / अपने कुल को कलङ्कित करता है,--पालकम सन्तरा, कुह्वानम् [ कु+है+ल्युट ] अमंगल ध्वनि / / नारङ्गी, भरः (कुलम्भरः) परिवार का पालनपोषण कटम् [ कूट। अच् ] खोटा सिक्का-कटं हि निषादानाकरने वाला,--बीजः शिल्पी संघ का मुखिया,--मार्गः मेव उपकारक नार्याणाम मी० सू० 6 / 1152 पर कौलों का सिद्धान्त, सन्निधिः (पुं०) आदरणीय शा० भा०। सम० -- रचना चाल, दाव पेंच, लेख: साक्षी की उपस्थिति-मी० सू०८।१९४।२०१।। बनावटी या जाली दस्तावेज, --सङक्रान्तिः आधीरात कुलमितिका (स्त्री०) एक प्रकार की दरियां-कौ० बीतने पर जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि पर अ०२।११। संक्रमण करता है, . हेमन् खोटा सोना / कुलिकः (पुं०) [ कुल+ठन् ] 1. एक कोटेदार पौधा | कूपः [ कु+पक, दीर्घश्च } 1. कुआँ 2. छिद्र यथा रोम 'मान्दि' 2. शिकारी-कुलिकरुतमिवाज्ञा कृष्णवध्वो कूप, 3. जड़ / सम० - कारः, - खनकः कुआँ खोदने हरिण्यः भाग० 10 // 47 / 19 / वाला, ...चक्रम पानी का चक्र या पहिया,--- वण्ड: कुलो (स्त्री०) परिवारों का समूह / मस्तुल-क्षोणीनौकपदण्डः दश० 11 स्थानम कुला (स्त्री०) लाल रंग का संखिया, मनसिल / कुएं का स्थान / For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
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