________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नारी तस्यां स विराजमसृजत् प्रभुः .. मनु० 1132, / भामि०११७८ 2. जाने देना, ढीला छोड़ना 3. ढालना, 33, 34, 36, तन्तुनाभः स्वत एव तन्तून् सृजति उडेलना-रघु० 13126 4. भेजना, प्रेषित करना -शारी० 2. पहनना, रखना, प्रयोग में लाना भोजेन दूतो रघवे विसृष्ट:-रघु० 5 / 39 5. पदच्युत 3. जाने देना, ढीला छोड़ना, मुक्त करना 4. उत्सर्जन करना, जाने की अनुमति देना, भेजना-रघु०८।९१, करना, छितराना, प्रसृत करना, बिखेरना, डालना 14 / 19 6. देना-रघु० 13 // 67, 187 7. भेज -अस्राक्षुरस्रं करुणं रुवन्तः--भट्रि० 3 / 17, आनन्द- देना, डाल देना, बिसार देना, फेंकना-विसृजति हिमशीतामिव वाष्पवृष्टि हिमस्रति हैमवतीं ससर्ज-रधु० गर्भरग्निमिन्दुर्मयूखैः-श० 312 8. डालना, गिरने 16644, 8135 5. कहला भेजना, उच्चारण करना, देना, प्रहार करना-विसृज शूद्रमुनी कृपाणम्-उत्तर० कु० 2 / 53 7147 6. फेकना, डाल देना 7. छोड़ना, 2 / 101. उच्चारण करना--शि०१५।६२ 10. उतार छोड़ कर चले जाना, त्यागना, हटा देना। फेंकना, संबंध-विच्छेद करना,-सम-, 1. मिलना, ii (दिवा० आ० सृज्यते) ढीला होना, इच्छा० मिश्रण करना, संयुक्त करना, संपृक्त करना–संस(सिसृक्षति) रचना करने की इच्छा करना। अति-, ज्यते सरसिजैररुणांशभिन्नः-रघ० 5 / 69, अस्ना 1. देना, अर्पण करना-विक्रमः 1115, रघु० 11 // रक्षः संसृजटात,-ऐत. 2. मिलना,-सौमित्रिणा तदनु 48 2. त्यागना, पदच्युत करना 3. उगलना संससृजे-रघु० 13 / 73, कु० 774 3. रचना 4. अनुज्ञा देना, अनुमति देना, अभि , देना, प्रदान करना। करना, अव , 1. डालना, फेंकना, बोना (बीज) | सृजिकाक्षारः [ष० त०] सज्जी का खार, शोरा, रेह / बखेरना, अप एव ससर्जादौ तासु बीजमवासृजत् | सजयाः (पं० ब०व०) एक राष्ट्र या जनपद का नाम / --मनु० 118 2. ढालना, बूंद-बूंद टपकाना-उत्तर० सणिः (स्त्री० [स+निक ] अंकुश, हाथी को हांकने का 3123 3. ढीला छोड़ना, उद-, 1. उडेलना, उगलना, आंकड़ा-मदान्धकरिणां दोपशान्त्य सणि:-हि० 2 / निकाल देना,-व्यलोकनिःश्वासमिवोत्ससर्ज कु० 165, शि० 5 / 5, -णिः 1. शत्रु 2. चन्द्रमा। 3 / 25, सहस्रगुणमुत्स्रष्टुमादत्ते हि रसं रवि:---रघु० | सृणि (णी) का [ सृणि-|-कन् (ईकन्)+टाप् ] लार, 1218, 'उडेल देना, वापिस देना या लौटाना 2. (क)। थूक / छोड़ कर चले जाना, छोड़ देना, परित्याग करना, | सृतिः (स्त्री०) [सृ+क्तिन्] 1. जाना, सरकना,-मनु० -रघु० 5 / 51, 6 / 46, कु० 2 / 36, (ख) एक ओर 6.63 2. रास्ता, मार्ग, पथ (आलं० से भी-नते फेंकना, स्थगित करना-स चापमुत्सृज्य विवृद्ध- सृति पार्थ जानन् योगी मुह्यति कश्चन-भग० 8 / 27 मन्य:-रघु० 3 / 50, 4154 3. ढीला छोड़ना, 3. चोट पहुंचाना, क्षतिग्रस्त करना। स्वच्छन्द घूमने देना तुरङ्गमत्सष्टमनर्गलं पुनः-रघु० | सृत्वर (वि०) (स्त्री०-री) [स+क्वर, तुक] जाने 3 / 39 4. दागना, फेंकना, गोली मारना-भट्टि० ___ वाला, सरणशील,-री 1. नदी, दरिया 2. माता। 14 / 45 5. बोना, (बीज) बखेरना 6. उपहार देना, सुदरः [स-+अरक, दुक] साँप। प्रदान करना 7. बिछाना, बिस्तार करना 8. हटाना | सदाकुः [स+काकु, दुकच] 1. ह्वा, वायु 2. अग्नि 3. हरिण 9. दूर करना 10. मिटाना, प्रतिबंध लगाना, उप - , 4. इन्द्र का वज 5. सूर्यमंडल,-स्त्री० नदी, सरिता / 1. उडेलना, (जल आदि) प्रस्तुत करना 2. जोड़ना, | सप (म्वा० पर० सर्पति, सप्त, इच्छा० सिसृप्सति) मिलाना, संयुक्त करना, संसक्त करना, संबद्ध करना 1. रेंगना, पेट के बल चलना, शनैः शनैः सरकना -सुखं दुःखोपसृष्टम् 3. व्याकुल करना, अत्याचार 2. जाना, हिलना-जुलना, अनु--, 1. पास जाना, करना, सताना-रोगोपसृष्टतनुर्दुर्वसति मुमुक्षु:--रघु० पहुँचना-गिरिमन्वसृपद्रामः--भट्टि० 6 / 27 2. पीछा 8 / 94 4. ग्रहण लगना, ग्रस्त करना,---मनु० 4137 करना--भट्टि० 15 / 59, अप्- , 1. चले जाना, पीछे याज्ञ० 11272 5. पैदा करना, क्रियान्वित करना हट जाना, लोट पड़ना-तत्त्वरितमनेन तरुगहनेनाप6. नष्ट करना, नि-, 1. स्वतन्त्र करना, बरी करना सर्पत-उत्तर०४ 2. सरक जाना, मन्द मन्द चकना - स्वामिना निसृष्टोपि शूद्रो दास्याद्विमुच्यते 3. (भेदिये की भांति) छिप कर देखना--उत्तर०१ -मनु० 81414 2. हवाले करना, सौंपना, सुपुर्द 4. अलग होना, छोड़ना, उद्-, 1. ऊपर को उड़ना करना--तु. निसृष्ट, प्र-, 1. छोड़ना, त्यागना 2. ऊपर जाना, पहुँचना-सरित्प्रवाहस्तटमुत्ससर्प-रघु० 2. ढीला छोड़ना 3. बोना, बखेरना 4. क्षतिग्रस्त 5 / 46, उप-, 1. पहुँचना, निकट जाना-मालवि० करना, चोट पहुंचाना, वि-, 1. त्यागना, छोड़ना, 1112 2. हरकत करना, जाना-पंच० 123 तिलांजलि देना--विसृज सुन्दरि सङ्गमसाध्वसम् | 3. पहुँचना, प्राप्त करना, भुगतना-दुःखम् सुखम्" -मालवि० 4 / 13, पूर्वार्षविसृष्टतल्प: -- रधु० 16 // 6, 4. आरंभ करना- मनु० 10105 5. आक्रमण For Private and Personal Use Only