________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1084 ) मलाकर बांधा हुआ ला 4. सहित / लाप, साहचर्य सम्भलाभली / मिलाकर बांधा हुआ 2. अनुरक्त 3. संयुक्त, जुड़ा, / सम्भग्नः (भू० क. कृ.) [सम् + भज् + क्त छिन्न-भिन्न, हुआ, संबंध रखने वाला 4. सहित / तितर-बितर, ग्नः शिव का विशेषण / सम्बन्धः[सम+बन्ध+घञ] 1. संयोग मिलाप, साहचर्यं / सम्भली [सम् |-भल+अच्+ ङीष्] दूती, कुटनी दे० 2. रिस्ता, रिश्तेदारी 3. छठी विभक्ति या संबंध कारक के अर्थस्वरूप संबंध 4. वैवाहिक संपर्क-कु० | सम्भवः [सम्+भू-अप] 1. जन्म, उत्पत्ति, फूटना, उगना, 6 / 29, 30 5. मित्रता का संबंध, मंत्री,... सम्बन्धमा-1 अस्तित्व प्रियस्य सुहृदो यत्र मम तत्रैव संभवो भाषणपूर्वमाहुः-- रघु० 2 / 58 6. योग्यता, औचित्य भूयात् मा० 9, मानुषीषु कथं वा स्थादस्य रूपस्य 7. समृद्धि, सफलता। सम्भवः श० श२६, भग० 3314, (इस अर्थ में सम्बन्धक (वि.) [सम्+बन्ध+वल] 1. रिश्ता रखने प्रायः समास के अन्त में प्रयुक्त)-अप्सरःसम्भवैषा वाला, संबंध रखने वाला 2. योग्य, उपयुक्त,-कः ----श०१ 2. उत्पादन, पालन-पोषण-मनु० 2 / 227 1. मित्र, जन्म या विवाह के कारण बना संबंध, (इस पर कुल्ल० की टीका देखो) 3. कारण, मूल, एक प्रकार की शान्ति / / प्रयोजन . मिलाना, मिलाप, सम्मिश्रण 5. संभावना सम्बन्धिन् (वि.) सम्बन्ध+णिनि] 1. संबंध रखने वाला -.-संयोगो हि वियोगस्य संसूचयति सम्भवम् सुभा० 2. संयुक्त, जुड़ा हुआ, अन्तहित 3. अच्छे गणों से 6. समनुकूलता, संगति 7. अनुकूलन, उपयुक्तता युक्त--पुं० 1. विवाह के फल स्वरूप बनी वन्धुता 8. करार, पुष्टि 9. धारिता 10. समानता (एक --उत्तर० 4 / 9 2. रिस्तेदार, बन्धु। प्रमाण) 11. परिचय 12. हानि, विनाश / सम्बरः[सम्ब+अरन् | 1. बाँध, पुल 2. एक हरिण विशेष सम्भारः [सम्-भ+घा] 1. एकत्र मिलाना, संग्रह 3. प्रधुम्न के द्वारा मारा गया राक्षस दे० शम्बर करना 2. तैयारी, सामग्री, आवश्यक वस्तुएँ, अपेक्षित और प्रद्युम्न 4. पहाड़ का नाम,-रम् 1. प्रतिबंध वस्तुएं, उपकरण, किसी कार्य के लिए आवश्यक 2. जल / सम०--अरिः,-रिपुः कामदेव। वस्तुएँ - सविशेषमद्य पूजासम्भारो मया संनिधापनीयः सम्बलः, -कम् सिम्ब+कलच] पाथेय, यात्रा के लिए -मा० 5, रघु० 1214, विक्रम०२ 3. अवयव, सामग्री, मार्गव्यय, --लम् पानी। संघटक, उपादान 4. समुच्चय, ढेर, राशि, संघात, सम्बाष (वि.) [सम्यक बाधा यत्र-प्रा०ब०] संकूल, भीड़ जैसा कि 'शस्त्रास्त्रसम्भार' में 5. पूर्णता 6. दौलत, से युक्त, अवरुद्ध, संकीर्ण-- सम्बाधं बृहदपि तद्बभूव धनाढचता 7. संधारण, पालन-पोषण / वर्म-शि० 82, व्योम्नि संबाधवर्त्मभिः-रघु० सम्भावनम्,-ना [सम्+भू+णिच् + ल्युट] 1. विचारना, 12167, --1. भीड़ का होना 2. दबाव, घिसर, विचारविमर्श करना रघु० 5 / 28 2. उद्भावना, चोट, स्तनसम्बाघमुरो जघान च---कु० 4 / 26 उत्प्रेक्षा-सम्भावनमथोत्प्रेक्षा प्रकृतस्य समेन यत-काव्य० 3. रुकावट, कठिनाई, भय, विघ्न -कि० 3153 10 3. विचार, कल्पना, चिन्तन 4. आदर, सम्मान, 4. नरक का मार्ग 5. हर भय 6. भग, योनि / / मान, प्रतिष्ठा सम्भावनागुणमवेहि तमीश्वराणाम् सम्बाधनम् [सं+बा+ल्यट] 1. रोकना, अवरोध श० 7 / 3 5. शक्यता 6. योग्यता, पर्याप्तता-कि. 2. भींचना 3. शुल्कद्वार, फाटक 4. योनि, भग | 3139 7. सक्षमता, योग्यता 8. संदेह 9. स्नेह, प्रेम 5. सूली, या सूली की नोक 6. द्वारपाल / 10 ख्याति / सम्बधिः (स्त्री० [सम्+बध+क्तिन्] 1. पूर्ण ज्ञान या | सम्भावित | सम्भावित (भ० क. कृ.) [सम्--भूणिच्+क्त] . , प्रत्यक्षज्ञान 2. पूर्ण चेतना 3. पुकारना, बुलाना चिन्तित, कल्पित, विचारित-पित्राहं दोषेष सम्भा4. (ठया० में) संबोधन कारक एङ् ह्रस्वात् संबुद्धेः वितः-का. 2. प्रतिष्ठित, सम्मानित, आदरित -पा०६।११६९। --भर्त० 2 / 34 3. उपयुक्त, योग्य, पर्याप्त, युक्त सम्बोधः [सम्---बुध-+घञ्] 1. व्याख्या करना, निर्देश 4. संभव। देना, सूचित करना 2. पूर्ण या सही प्रत्यक्षज्ञान | सम्भाषः (सम्+भाष+घञ समालाप-मनु० 2 / 195, 3. भेजना, फेंक देना 4. हानि, विनाश / 8 / 364 / सम्बोधनम् [स+बुध+-णि+ल्युट] व्याख्या करना सम्भाषा [संभाष +-टाप्] 1. प्रवचन, समालाप 2. अभिवादन 2. संबोधित करना 3. संबोधन कारक 4. (किसी को 3. आपराधिक संबंध 4. करार, संविदा 5. संकेत-शब्द, बुलाने के लिए प्रयुक्त शब्द) विशेषण भामि० युद्धघोष / 3 / 13 / सम्भूतिः (स्त्री.) [सम्+भू+क्तिन्] 1. जन्म, उद्भव, सम्भक्तिः (स्त्री०) [सम् + भ+क्तिन्] 1. हिस्सा लेना, उत्पत्ति - मनु० 22147 2. सम्मिश्रण, मिलाप अधिकार करना 2. वितरण करना। 3. योग्यता, उपयुक्तता 4. शक्ति / For Private and Personal Use Only