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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1079 ) वाला युद्ध 4. मनोरंजन के लिए जानवरों को लड़ाना, +ख 1. वार्षिक, सालाना 2. एक वर्ष के लिए जानवरों की लड़ाई पर शर्त लगाना-याज्ञ. 21203, भाड़े पर लिया हुआ 3. एक वर्ष का। मनु० 9 / 221 5. नाम, अभिधान। समोनिका सिमां प्राप्य प्रसूते समा+ख-कन्+टाप, समाह्वा [समा आह्वा यस्याः ब० स०] नाम, अभिधान, इत्वम् | प्रतिवर्ष ब्याने वाली गाय / शि० 11126 / समीप (वि.) [संगता आपो यत्र-अ, आत ईत्वम्] समाह्वानम् [सम् +आ+ढे ल्युट्] 1. मिलकर बुलाना, निकट, पास ही, सटा हुआ, नजदीक, पम् सामीप्य, संबोधन 2. ललकार, चुनौती। पड़ोस (समीपम्, समीपतः, समोपे (क्रि.वि.) निकट, समिकम् [ समि ( सम् +5+डि )+कन् ] भाला, सामने, की उपस्थिति में'.....अतः समीपे परिणेतुरिबल्लम। ष्यते श० 5 / 17 / / समित् (स्त्री०) [सम् +5+क्विप्] संग्राम, युद्ध -समिति | समीरः सम् +ईर--अच् !. हवा, वायु घोर-समीरे पतिनिपाताकर्णन , नै० 12 / 75 / यमुनातीरे गीत०५ 2. शमीवृक्ष, जड़ी का पेड़ / समिता सम् -इ+क्त+प] गेहूँ का आटा / समीरणः सम् - ईर् + ल्युट] 1. हवा, वायु-समीरणी समितिः [सम्+इ+क्तिन्] 1. मिलना, मिलाप, साहचर्य | नोदयिता भवेनि व्यादिश्यते केन हताशनस्य- कु० 2. सभा 3. रेवड़, लहंडा-कि० 4 / 32 4. संग्राम, 3 / 21, 28 2. साँस, 3. यात्री 4. एक पौधे का युद्ध-श० 2 / 14, कि० 3.15, शि० 16 / 13 नाम, मरुबक, णम् फेंकना, भेजना / 5. सादृश्य, समता 6. मर्यादन / समीहा [ सम्+ईह +अ+टाप / प्रबल इच्छा, चाह, समितिञ्जय (वि.) [समिति+जि+खच्, मुम्] युद्ध में | प्रबल उद्योग / विजयी। समीहित (भ० क. कृ०) सिम् ।-ईह -क्त] 1. अभिसमियः [सम्++थक] 1. संग्राम, युद्ध 2. आग / लषित, इच्छित, अभीष्ट 2. आरब्ध,--सम् कामना, समिद्ध (भू० क० कृ०) [सम् + इन्ध्+क्त] 1. सुलगाया अभिलाषा, इच्छा। हुआ, जलाया हुआ 2. आग लगाई हुई 3. प्रज्वलित, समुक्षणम् सिम्+उक्ष + ल्युट ढालना, बहाव, प्रसार / उत्तेजित। समुच्चय [ सम्+उत्+चि+ अन् ] 1. संग्रह, संघात, समिछु (स्त्री०) [सम्+इन्ध+क्विप] लकड़ी, इंधन, समष्टि, राशि, पंज 2. शब्दों या वाक्यों का संयोग विशेष कर यज्ञाग्नि के लिए समिधाएँ, -समिदा- दे० 'च' 3. एक अलंकार का नाम काव्य. 10 हरणाय-श०१, कु. 1157, 5333 / (115 से 116 कारिकाएँ तक) / समिधः | सम्+इन्ध+क] आग। समुच्चरः [सम् +उत् +चर+अच] 1. चढ़ना 2. चलना, समिन्धनम् [सम् +-इन्ध् + ल्युट्] 1. आग सुलगाना यात्रा करना। 2. इंधन / समुच्छेवः [सम् उद्+छिद्+घञ्] पूर्ण विनाश, समूलोसमिरः [-समीर, पृषो०] वायु, हवा। न्मूलन, उखाड़ देना। समीकम् [मम्-+-ईकक्] मंग्राम, युद्ध,-शि० 15483 / / समुच्छ्यः [सम् + उद्+श्रि+अच्] 1. उत्तुंगता, ऊंचाई समीकरणम् [असमः समः क्रियतेऽनेन--सम-च्चि-+कृ 2. विरोध, शत्रुता। +ल्युट] 1. पूरी छानबीन 2. दर्शनशास्त्र की सांख्य समुच्छायः [सम् + उद्+श्रि+घञ] उत्तुंगता, ऊंचाई / पद्धति---शि० 2059 / समुच्छ्वासितम्, समुच्छ्वासः [सम्+उ+श्वस्+क्त, समीक्षा [सम्+ईश्+अ+टाप] 1. अनुसंधान, खोज घा वा] गहरी सांस लेना, दीर्घ सांस लेना / 2. विचार 3. भलीभांति निरीक्षण, समालोचना | समुज्झित (वि.) [सम्+उज्+क्त] 1. त्यागा हुआ, 4. समझ, बुद्धि 5. नैसर्गिक सत्य 6. अनिवार्य सिद्धांत छोड़ा हुआ 2. जाने दिया गया 3. मुक्त। 7. दर्शनशास्त्र की मीमांसा पद्धति / / समुत्कर्षः [सम् +उत+कृष घश] 1 उन्नति 2. अपने समीचः[सम्+इ+चट्, कित्, दीर्घः] समुद्र / आपको ऊपर उठाना, अपनी जाति की अपेक्षा समीचक: [समीच+कन रतिक्रिया, मथुन / किसी अन्य ऊंची जाति से सम्बन्ध रखना-मनु० समीची समीच+डीप्] 1. हरिणी 2. प्रशंसा / 1256 / समीचीन [सम्+अञ्च+ क्विन् +ख] 1. ठीक, सही समुत्क्रमः [सम् ।-उत्+क्रम्+घञ्] 1. ऊपर उठना. 2. सत्य, शुद्ध 3. योग्य, समुचित 4. सुसंगत, - नम् चढ़ाई 2. औचित्य की सीमा का उल्लंघन करना। 1. सचाई 2. औचित्य / समुत्क्रोशः [सम् +उद+ऋश घा] 1. जोर से चिल्लाना समीरः (पुं०) गेहूँ का बारीक मैदा / 2. भारी कोलाहल 3. कुररी। समोन (वि.) [समाम् अधीष्टो मृतो भूतो भावी वा-समा / समुत्थ (वि.) [सम्+उद्+स्था+क] 1. उठता हुआ, For Private and Personal Use Only
SR No.020643
Book TitleSanskrit Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVaman Shivram Apte
PublisherNag Prakashak
Publication Year1995
Total Pages1372
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary
File Size37 MB
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