________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( 1068 ) सन्दावः [सम् +दु+घञ] भगदड़, प्रत्यावर्तन। 102, (पाठान्तर), विक्रम 0 3 / 2 / सम० --- दोला सन्दाहः [सम् + दह+घन] जलन, उपभोग / अनिश्चिति का झूला, शंका की स्थिति, दुविधा, सन्दिग्ध (भू० क. कृ.) [सम् +दिह+क्त] 1. सना / असमंजस / हुआ, ढका हुआ 2. भ्रामक, सन्देहात्मक, अनिश्चित / सन्दोहः [सम् +दुह+घञ्] 1. दूध दुहना 2. किसी वस्तु --जैसा कि 'संदिग्ध मति-बुद्धि' में 3. भ्रान्त, की समष्टि, समुच्चय, ढेर, राशि, संघात कुन्दमाविह्वल-मा० 112 4. सशंक, प्रश्नास्पद 5. अव्य- कन्दमधुबिंदु सन्दोहवाहिना मारुतेनोत्ताम्यति मा० 3. भामि० 4 / 9 / जोखिम से भरा हुआ, असुरक्षित 7. विषाक्त / | सन्नावः [सम् + द्रु+घञ्] भगदड़, प्रत्यावर्तन / सन्दिष्ट (भू० क० कृ०)(सम् +दिश+क्त) 1. संकेतित, सन्धा[सम्+धा-अक+टाप] 1. मिलाप, साहचर्य इंगित किया हुआ 2. निर्दिष्ट 3. उक्त, वणित, सूचित 2. घनिष्ठ मेल, प्रगाढ़ संबंध 3. स्थिति, दशा 4. वादा, 4. वादा किया हुआ, प्रतिज्ञात,-ट: जिसे संदेश प्रतिज्ञा अनुबन्ध, सम्बिदा-- ततार सन्धामिव सत्यपहुँचाने का कार्य सौपा गया हो, संदेशवाहक, दूत, सन्धः रघु० 14152, महावीर० 78 5. सीमा, हल्कारा, संदिष्टार्थ, टम् सूचना, समाचार, खबर / हद 6. स्थिरता, स्थर्य 7. संध्या 8. मद्यसंधान / सन्दित (वि.) [सम्+दो+क्त बद्ध, शृंखलित, बेड़ी से सन्धानम [समघाल्यट] 1. मिलाना, जोडना 2. मेल, जकड़ा हुआ। संगम, सम्बन्ध-यदर्धे विच्छिन्नं भवति कृतसन्धानमिव सन्दी [ सम् +दो+ड+ङीष् ] खटोला, छोटी खाट, तत्-श०११९, कु०५।२७, रघु०१२।१०१ 3. मिश्रण, शय्याकुश। (औषधि-आदि का) सम्मिश्रण 4. पूनरुद्धार, जीर्णोद्धार सन्दीपन (वि०)(स्त्री०-नी) [सम्+दीप+णिच् + ल्युट] 5. ठीक बैठाना, जमाना (जैसे कि धनुष की डोरी 1. सुलगाने वाला, प्रज्वलित करने वाला, भड़काने पर बाण का साधना)-तत्साघुकृतसन्धान प्रतिसंहर वाला -उत्तर० 3 2. उद्दीपक उत्तर० ४,नः सायकम् श० 1111, शि० 2018 6. मंत्री, मेल, 1. कामदेव के पांच बाणों में से एक,-मम् 1. सुलगाना, दोस्ती, मेल-मिलाप .. मदघटवत्सुखभेद्यो दुःसन्धानश्च प्रज्वलित करना 2. भड़काना, उद्दीप्त करना अनंग- दुर्जनो भवति हि०११९२ (यहाँ इसका अर्थ 'मिलाना सन्दीपनमाशु कुर्वते -ऋतु० 1112 / / या जोड़ना भी है) 7. जोड़, प्रन्थि - पादजङ्घयोः सन्दीप्त (भू० क० कृ०) [सम् +दीप+क्त] 1. सुलगाया सन्धाने गल्फः-सुश्रु० 8. अवधान 9. निदेशन 10. संभा हुआ, प्रज्वलित किया हुआ 2. उत्तेजित, उद्दीपित लना 11. (मदिरा का) आसवन 12. मदिरा या 3. भड़काया हुआ, उकसाया हुआ, प्रणोदित / उसका कोई भेद 13. पीने की इच्छा उत्तेजित करने. समुष्ट (भू० क० कृ.) [सम्+दुष+क्त] 1. कलुषित वाली चटपटी चीजें 14. अचार आदि बनाना 15. रक्त किया हुआ, मलिन किया हआ 2. दुष्ट, कमीना / / सावरोधक औषधियों के द्वारा त्वचा की सिकूडन सन्दूषणम् [सम्+दूष+णिच् + ल्युट] मलिन करना, भ्रष्ट 16. कांजी। करना, विषाक्त करना, खराब करना / सन्धानित (वि.) [सन्धान+इतच् ] 1. मिलाया हुआ, सम्वेशः [सम्+दिश्+घञ्] 1. सूचना, समाचार, खबर साथ साथ नत्थी किया हुआ 2. बांधा हुआ, कसा 2. संदेश, संवाद-सन्देशं मे हर धनपतिक्रोधविश्लेषि हुआ। तस्य - मेघ० 7, 13, रघु० 12163, कु. 62 सन्धिः [सम्+धा+कि] 1. मेल, संगम, सम्मिश्रण, 3. आज्ञा, आदेश --अनुष्ठितो गुरोः संदेशः - श० 5 / सम्बन्ध-सन्धये सरला सूची वक्रा छेदाय कर्तरी सम० - अर्थः संदेश का विषय,-वाच संदेश,--हर: ----- सुभा०, मेघ० 58 2. संविदा, करार 3. मित्रता, 1. संदेशवाहक, दूत 2. दूत, राजदूत ! संघट्टन, मंत्री, मेल-मिलाप, सन्धिपत्र सुलहनामा सन्वेहः[सम्+दिह.+घञ्] 1. संशय, अनिश्चितता, शंका, (विदेशनीति में प्रयोज्य छ: उपायों में से एक) -अत्र कः सन्देहः 2. जोखिम, खतरा, डर.-जीवित- -- कति प्रकाराः सन्धीनां भवन्ति-हि० (हि. सन्देहदोलामारोपितः--का०, अर्थार्जने प्रवृत्तिः ससन्देहः 4 / 106--125 तक कई प्रकारों का वर्णन किया -हि० 13. (अलं० शा० में) इस नाम का एक है), शत्रूणां न हि संदध्यात्सुश्लिष्टेनापि सन्धिना अलंकार जिसमें दो पदार्थों की घनिष्ठ समानता के हि० 13884. जोड़, (शरीर का) सन्धान--तुरगानुकारण भ्रान्ति से एक वस्तु को अन्य वस्तु समझ लिया घावनकाण्डितसन्धेः-श० 2 5. (वस्त्र की) तह जाय (इस अलंकार को मम्मट तथा अन्य कुछ विद्वान 6. छेद, विवर, दरार 7. विशेषतया सुरंग, या सेंध जो 'ससंदेह' नाम से भी पुकारते हैं) ससन्देहस्तू भेदोक्तो चोर किसी मकान में घुसने के लिए बनाते हैं / तदनुक्तौ च संशय:-काव्य० 10, उदा० दे० मा० -वृक्षवाटिका परिसरे सन्धि कृत्वा प्रविष्टोऽस्मि मध्यम For Private and Personal Use Only