________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir संस्कार कांड 9 प्रपाठक 3 ब्राह्मण 2 मंत्र 5 // अथातोराष्ट्रभृतोजुहोति // सुजानोवैरा | भास्कर. // 267 // भृतस्तेहिराष्ट्राणिविभ्रत्येताहदेवताःसुताएतेनसवेनयेनैतत्सोष्यमाणोभवतिता एवैतत्प्रीणातिताऽ अस्माऽइष्टाःप्रीताएतठसवमनुमन्यतेताभिरनुमतःसूयुतेयस्मैवै / / राजानोराज्यमनुमन्यतेसराजाभवति // 2 // कांड ९प्र० 3 ब्रा० 3 मं० 1 // अ थरथशीजुहोति // एषवैससवु एतुद्वैतत्सूयतेयस्मैतमेतादेवताःसवुमनुमन्यतया / / भिरनुमतःसूयतेयस्मैवैराजानोराज्यमनुमन्यतेसराजाभवति // 3 // का० 9 प्र. 3 वा० 3 मं० 13 // तवैदेवस्खामेवएतानिहवीषिनिर्वपेदेताहदेवताःसुताएते / नसवेनयेनेतुत्सोष्यमाणोभवतिताऽएवैतुत्प्रीणातिताऽअस्माऽइष्टाःप्रीताऽअतुस 000ROGACADAGAORORS BROA0A0000000000000000 // 267) For Private and Personal Use Only