________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir POACRORS-000000 हाहा // इदंमनसेः // 7 // ॐ शकर्यश्चस्वा० इदंशष्करीभ्योन० // 8 // ॐ दर्श श्वस्वा० इदंदर्शाय० // 9 // ॐ पौर्णमासंचस्वा० इदंपौर्णमासायन०॥१०॥ॐ॥ यहच्चस्वा० इदंबहतेन० // 11 // ॐ रथंतरंचस्वा० इदंरथंतरा० // 12 ॥ॐ प्रार जापति यानिंद्रायटष्णेप्रायच्छदुग्रष्टतनाजयेषु // तस्मैविशःसमनमंतःसर्वाःस / उग्रःसऽइहव्योबभूवस्वाहा // इदंप्रजापतयेजयानिन्द्रायनमः // 13 // // थाभ्यांतानहोमः // // ॐ अग्निर्भूतानामधिपतिःसमावत्वस्मिन्ब्रह्मण्यस्मिनक्षत्रे | स्यामाशिष्यस्याम्पुरोधायामस्मिन्कर्मण्यस्यांदेवहूत्यास्वाहा // इदमनयेभूता नामधिपतयेनमम // 1 // एवमभ्यातानहोमेप्रत्याहुतीसमावसस्मिन्नित्यारभ्य। 1 अग्निर्भूतानामित्यादयःपितरःपितामहाइत्यंताअष्टादशमंत्राअभ्यातानसंज्ञाइतिहरिहरगदाधरौ // अग्निर्भूतानामित्यादिसुगन्नःपंथामित्यंताद्वाविशंतिरभ्यातानसंज्ञाइतिकर्ककारिकाकारौ // For Private and Personal Use Only