________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir णीयानि // लक्षणानिचशुभाशुभसूचकानि // तनुलोमकेशदशनादीनिप्रत्यक्षावगा, म्यानिबाह्यानि // तथाचमनुः // अव्यंगांगीसौम्यनाम्नीहंसवारणगामिनीं // तनु / लोमकेशदशनांमृदंगीमुद्दहेत्स्त्रियमिति // // कात्यायनः // अव्यंगांदोषरहितांसु / रूपांवयपूर्विकां // सवर्णसुकुलोत्पन्नांशुभलक्षणसंयुतां // प्रतिगृहीतांतांकन्यांकुला, संतानवधिनीमिति // तथाचज्योतिनिबंधे॥ मृदंगीगूढगुल्फासमकुचनयनादृत्तना भोरुवक्राकृष्णधूनेत्रकेशास्थिरतरसुनखादीर्घनेत्राविलोमा // मृदाणीस्वल्पभालाई लघुललितगमापाणिपादोष्ठरक्तासाकन्योहाहिताचेत्सुतधनविपुलान्नायुरारोग्यदा स्यादिति // अथकन्यादोषाः // निर्गुणाशुल्कसंभाषीकोधयुक्तासरोगिणी॥विषयो / गावंध्ययोगाकुलविध्वंसयोगका॥दरिद्रजारयोगाचहीनाचरणसंयुता॥ एतद्दोषदशै युक्तातांकन्यांनप्रतिगृहेदिति॥ अथवरगुणाः॥ तत्रबुद्धिमतेकन्यांप्रयच्छेदितिवव्ह / / For Private and Personal Use Only