________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कार॥२०॥ SOORBOOROSAROA000000000 संकल्पांतेब्राह्मणंसंपूज्यपूर्वकल्पितंद्रव्यंगृ० // इमांचान्द्रायणव्रतप्रत्याम्नायपंच भास्कर. गोनिष्क्रयीभूतरजतद्रव्यमुद्रांअमु तुभ्यमहंसंप्रददेइतिअनामित्वप्रायश्चित्तं // विवाहोपयोगिकन्यादिप्रकारोनिर्णयश्च // गुरवेतुवरंदत्वास्नायीततदनुज्ञया // वेद / व्रतानिवापारंनीत्वााभयमेववा // अविलुतब्रह्मचर्योलक्षण्यांस्त्रियमुहहत् ॥अनन्य पूविकांकांतामसपिंडायवीयसीं // आरोगिणींभ्रातृमतीमसमानार्षगोत्रजामिति / याज्ञवल्क्योक्तेः // त्रिविधोपिवेदव्रतोभयस्नातकोऽविलंबेनलक्षणादिविशिष्टांस्त्रियं / परीक्षितामुहहेत् // अनन्यपूर्विकामितिअन्येषांवाग्दानादिनानपूर्वदत्तां // असपिं| हाडांसापिंड्यसंबंधरहितां // यवीयसीन्यूनवयस्कां // असमानार्षगोत्रजांस्वसमान / गोत्रप्रवररहितामिति // अत्रापिकुलमग्रेपरीक्षेतेतिगृह्यादिवचनादादौसदाचारादि 201 // गुणवतहीनक्रियवादिदोषरहितंकुलंपरीक्ष्यतज्जोहाह्या // तदनुलक्षणान्यपिपरीक्षा For Private and Personal Use Only