________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कार // 19 // कसPAGA नावपत्सवि० इतिमंत्रणप्रच्छिद्यानडुहेगोमयपिंडेप्रास्यत्युत्तरतोध्रियमाणे // एवमे भास्कर. वापरंवारद्वयंदक्षिणगोदानेतूष्णीकर्मकर्तव्यं // ततःपश्चिमगोदानेउंदनादिसंलग्नक रणांतमेकवारंपूर्ववत्समंत्रकंकुर्यात् // छेदनमंत्रस्तु // ॐ त्र्यायुषञ्जमद० // इति / मंत्रणप्रच्छिद्या. // पश्चिमगोदानेएवंपुनरिद्वयंतृष्णींकर्मकर्तव्यं // ततःउत्तर गोदानेउंदनादिसंलग्नकरणांतमेकवारंपूर्ववत्समंत्रकंकुर्यात् // छेदनमंत्रस्तु // ॐ येनभूरिश्व० // इतिमंत्रणप्रच्छिद्यान० // पुनरुत्तरगोदानेएवंपुनरिहयंतूष्णीकर्म / कर्तव्यं // ततःशिरःसमंतान्मुखांतारंत्रिवारंभ्रामयित्वा // मंत्रेविशेषः // ॐ यत्क्षुरेणमज शिरोमास्यायुःप्रमोषीर्मुखम् // 1 // इतिमंत्रण॥ ततःशिरःसमुंद्यना पितायक्षुरप्रयच्छति // ॐ अक्षण्वंपरिवपेत्यनेनमंत्रेण // नापितःशिखांरक्षिवा | // 190 // केशश्मश्रुवपनंकुर्यात् // ब्रह्मचारिणःस्नानं // केशतिआचार्यायगांददाति // स / 50000 For Private and Personal Use Only