________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कार-पामि॥इतिब्रह्मचारी॥वाचंयच्छइत्याचार्यः॥यछामिइतिब्रह्मचारी ॥अध्ययनंसंपाभास्कर. ॥१६८द्य इत्याचार्यः // यच्छामि // इतिब्रह्मचारी // समिधमाधेहि // इत्याचार्यः // आदधामि // इतिब्रह्मचारी // अपोशानइत्याचार्यः // अशनानीतिब्रह्मचारी // अथास्मैब्रह्मचारिणेसावित्रीमन्वाहआचार्यः // तत्रादौआचारात्कांस्यपात्रेतंडलाश कान्प्रसार्यतदुपरिसुवर्णशलाकयाॐ कारव्याहृतिपूर्वकंगायत्रीलिखित्वा // अद्यपू० तिथौममब्रह्मवर्चससिद्धयर्थवेदाध्ययनाधिकारसिद्धयर्थंगायच्युपदेशांगविहितंगाय: त्रीसावित्रीसरस्वतीपूजनपूर्वकंआचार्य पूजनंकारष्ये // मनोजूतिरितिप्रतिष्ठाप्य // श्रीश्चतेइतिषोडशोपचारैःपूजनंकृत्वा॥ ततआचार्यपूजनंकुर्यात्॥कथंभूतायब्रह्मचा हारिणेइत्यपेक्षायांदक्षिणतस्तिष्ठतऽआसीनायउत्तरतोग्नेःव्यवस्थितायप्रत्यङ्मुखोप // 168 // शविष्टायपादोपसंग्रहणपूर्वकमुपसन्नाचार्यसमीक्षमाणायस्वयमपिसमीक्षितायब्रूया ! For Private and Personal Use Only