________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भास्कर. संस्कार विश्वेभ्यस्त्वादेवेभ्यःपरिददामिसर्वेभ्यस्त्वाभूतेभ्यःपरिददाम्यरिष्ट्रयै // 1 // इत्या | भास्कर. // 167 // चार्यपठितमंत्रेणबटुरक्षणं // प्रदक्षिणमनिपर्युक्ष्योपविशल्याचार्यस्योत्तरतोमाणव कः // ततःब्रह्मोपवेशनादिपर्युक्षणांतंचस्वयं // पर्युक्षणानंतरंआघारावाज्यभागौ। महाव्याहृतयः सर्वप्रायश्चित्तंप्राजापत्यांतस्विष्टकृच्वेताश्चतुर्दशाहुतयः // ॐ प्रजा पतयेखा इदंप्रजापतयेनमम // 1 // ॐ इंद्रायस्वा इदमिंद्रा० // 2 // ॐ अग्नये| स्वा इदमन० // 3 // ॐ सोमायस्वा० इदंसोमा० // 4 // ॐ भूःस्वाहाइदमन०॥ // 5 // ॐ भुवःस्वा०इदंवायवेन० // 6 // ॐस्वः स्वाहाइदंसूर्याय० // 7 // ॐ हात्वन्नाअग्ने स्मत्स्वा० इदमनीवरुणाभ्यां // 8 // ॐ सत्वन्नोऽअने० एधिस्वा० इ. दमग्नीवरुणाभ्यां० // 9 // ॐ अयाश्चाग्ने जठस्वाहा // इदमग्नयेअयसे०॥१०॥8॥१६७॥ 5 पश्चादग्नेराचार्यस्योत्तरतउपविशतीतिजयरामवासुदेवहरिहरगदाधरादयः // दीक्षितइतिगर्गः // GAAAAAA For Private and Personal Use Only