________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कार- // 1 // कर्तापिताचेत्आयुरारोग्यंबालायदेहित्वंभगवन्मुनेइति ॥चिरंजीवोयथात्वं / भास्कर. // 144 // भोमुनीनांप्रवरोद्विज // कुरुष्वमुनिशार्दूलतथामांचिरजीविनं॥१॥ कर्तापिताचेत् // बालंमेचिरजीविनमिति // जमदग्नेमहाभागमहातेजोमयोज्वल // आयुरारोग्यसि / अद्वयर्थमस्माकंवरदोभव॥१॥कर्तापिताचेत्वालायवरदाभव // त्रैलोक्येयानिभूतानि स्थावराणिचराणिच // ब्रह्मविष्णुशिवैःसाधरशांकुर्वतुतानिमे // 1 // प्रीयंतांदेव ताःसवाःपूजागृण्हतुतामम // प्रयच्छत्वायुरारोग्यंयशःसौख्यंचसर्वदा // 2 // में। न्यूनंक्रियान्यूनद्रव्यन्यूनमहामुने // यदर्चितंमयादेवपरिपूर्णतदस्तुमे // 3 // नयापूजयामार्कडेयाद्यावाहितदेवताःप्रीयंतां // ततःपायसेनसर्वेभ्योभूतेभ्योनमइ. तिबलिँदद्यात् // कचित्स्थंडिलेपंचभूसंस्कारपूर्वकंलौकिकाग्निप्रतिष्ठाप्य // ब्रह्मोप है। वेशनाद्याज्यभागांतंकृत्वा // ततोघृताक्ततिलैनाममंत्रेणषष्ठीदेवीमार्कंडेयजमदग्नी ACADA For Private and Personal Use Only