________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir गणाःमर्वेइतिमातॄणांविसर्जनकार्यम् // इतिसंस्कारभास्करेगर्भाधानसंस्कारः॥ // सायदिगर्भनदधीततदौषधंपतिःकुर्यात् // ऋतुस्नातायांचतुर्थेहनिवाषोडशरात्रिमा Bध्येकस्मिश्चिद्युग्मेन्हिपुष्यनक्षत्रादिनाचंद्रमायुज्येततदन्हिऋतुमतीमुपोष्यतद्रात्रौ / हासिठह्या श्वेतपुष्पाहत्यामूलमुत्थाप्योदपेपंपिष्वादक्षिणस्यांनासिकायामासिंचति : भर्ता // // तत्रमंत्रः // // ॐ इयमोषधीत्रायमाणासहमानासरस्वती // अस्या।। अहंबृहत्याःपुत्रःपितुरिवनामजग्रभम् // 1 // इतिसंस्कारभास्करेगर्भधारणार्थमा : षधम्॥ अथांसवनकर्मणोनिर्णयःक्रमश्वोच्यते॥पुंसवनंतुगर्भसंस्कारत्वाप्रतिगमें। कार्यमितिधर्मसिन्धौ // पुंसवनसंस्कारेगुरुशुक्रास्तमलमासादिदोपोनास्तीतिसंस्का / हाररत्नमालायां // // प्रयोगपारिजातेजातूकण्यः // // द्वितीयेवातृतीयेवामासिस 1 भूयरिंगणी श्वेतपुष्पां॥ For Private and Personal Use Only