________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कार-श्विनौदेवावाधत्तांपुष्करस्रजौ // तेजोवैश्वानरोदद्यादथब्रह्मानुमंत्रयते॥ ब्रह्मागर्भ / भास्कर. // 10 // ॥न्दधातुते // अथाभिगमनं // ॐ गायत्रेणत्त्वाच्छन्दसामन्थामित्रैष्टुभेनत्त्वाच्छन्द / सामन्थामिजागतेनत्वाच्छन्दसामन्थामि // 1 // रेतोमूत्रविजेहातियोनिम्प्रविश। दिन्द्रियम् // ग जरायुणातऽउल्बाहातिजन्मना // ऋतनसुत्यमिन्द्रियविपा / / नठशुक्रमन्धंसुऽइन्द्रस्येन्द्रुियमिदम्पयोमृतुम्मधु // 1 // अभिगमनोत्तरंतस्या दक्षि हुणस्कंधस्योपरिहस्तंनीत्वातेनहृदयमालभते // ॐ यत्तेसुशीमेहृदयन्दिविचन्द्रमसि | श्रितम् // वेदाहन्तन्मान्तद्विद्यात्पश्येमशरदःशतञ्जीवेमशरदःशतठशृणुयामशर दःशतम् // 1 // कृतस्यकर्मणःसांगतासिद्ध्यर्थयथाशक्तिब्राह्मणान्भोजयिष्ये॥ ते // 1 // निश्रीकर्मांगदेवताःप्रीयंतां // ब्राह्मणेभ्योदक्षिणांदत्वातैराशिषोगृहीत्वा॥ यांतुमातृ / PORAOACANADASANA ROO2000AGAAO For Private and Personal Use Only