________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कार त्वन्नोऽअग्ने०॥१३॥ सत्वन्नोऽअग्ने०॥१४॥ उदुत्तमम्बरुणु०॥ १५॥वरुणस्योत्तम्भ० भास्कर. // 16 ॥प्रातरग्निम्प्रातरिन्द्रन्हिवामहेप्रातम्मित्रावरुणापातरश्विना // प्रातर्भगम्पुष / गुम्ब्रह्मणस्पतिम्प्रातःसोममुतळ्हुवेम ॥१७॥भुगप्रणेतुर्भगुसत्यराधोभगेमान्ध / यमुदंवाददन्नः // भगप्रनौजनयगोभिरश्वैर्भगुप्रटभि वन्तत्स्याम॥ 18 // समुद्राय / त्वावातायुस्वाहासारताय॑त्वाबातायुस्वाहा // अनाधृष्याय॑त्वाबातायुस्वाहाँप्रतिधु शिष्यायाबातायुस्वाहा // अवस्यवेवाबातायुस्वाहाशिमिदायखावातायुस्वाहा // आप्यायस्व०॥२०॥ पञ्चनद्य सरस्वतीमपियंतिसस्रोतसा // सरस्वतीतुर्पञ्चधासो / देशेर्भवत्सरित् // 21 // पुनंतमादेवजुना० // 22 // पुवित्रेणपुनीहिमाशुक्रेणंदे / COACAAORGAOGOASADORE 12 // 14 // For Private and Personal Use Only