SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 187
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कार भास्कर. COOOGeoeeleoeA केनआज्यस्थाल्या प्रोक्षणं // चरुस्थाल्या प्रोक्षणं // संमार्गकुशानांप्रोक्षणं // उप यमनकुशानांप्रोक्षणं॥ समिधानांप्रोक्षणं / / स्रुवस्यप्रोक्षणं॥आज्यस्यप्रोक्षणं॥ तेंड / लानांप्रोक्षणं // पूर्णपात्रस्यप्रोक्षणं // प्रणीताम्योर्मध्येअसंचरेप्रोक्षणीनिधानं ॥आ ज्यस्थाल्यामाज्यनिर्वापः // सपवित्रकेचरुपात्रेप्रणीतोदकमासिच्यक्षालिततंदुल प्रक्षेपः // ब्रह्मणोदक्षिणतआज्याधिश्रयणं॥आचार्यस्यचरोरधिश्रयणमाज्यस्यो। त्तरतः // ज्वलितोल्मुकेनपर्यग्निकरणं // स्रुवस्यप्रतपनं // संमार्गकुशेःस्वस्य / / मार्जनं // अग्रैरग्रंमूलैर्मूलं // प्रणीतोदकेनाभ्युक्षणं // पुनःप्रतपनंदेशनिधानं // आ| ज्योहासनं // चरोरुद्धासनं // प्रत्युत्पवनवत्पवित्रेणाज्योत्पवनं // अवेक्षणं // अ. पद्रव्यनिरसनं ॥प्रोक्षण्याः प्रत्युत्पवनं // उपयमनकुशानादाय // तिष्ठत्समिधोभ्या // 79 // धाय // प्रोक्षण्युदकशेषेणसपवित्रहस्तेनाग्नेः ईशानकोणादारभ्यप्रदक्षिणवतपर्युक्ष / For Private and Personal Use Only
SR No.020640
Book TitleSanskar Bhaskar
Original Sutra AuthorN/A
Author
Publisher
Publication Year
Total Pages530
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy