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श्रीवीतरागाय नमः संशयतिमिरप्रदीप.
( निर्णयचन्द्रिका.)
जिसको जैन जाति के हितार्थ श्रीउदयलाल जैन काशलीवाल बड़नगर निवासी ने निर्माण की.
औरःश्रीयुत सेठ जवाहरलाल जी गोधा की सहायता से "स्वतंत्रोदय " कार्यालय के मालिक ने
प्रकाशित की.
काशी चन्द्रप्रभा यन्त्रालय में सेनेजर गौरीशङ्कर लाल के प्रबन्ध
से छपा, उदयलाल जैन काशलीवाल ने छपवाया। द्वितीयावृत्ति
सन् १९०९ ई० मूल्य ||) व १००० ) वीर निर्वाण २४३५ ।
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