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संक्षिप्तप्राकृतधातुरूपमालायां ॥
[३७
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होअ-होए-होआव-होआवे (भू-भावय) अंगस्य प्रेरके
वर्तमानकालस्य रूपाणि । एकवचन.
वहुवचन. त. पु. हो- होअइ, होअप, होअन्ति, होअन्ते, होइरे. होएइ,
होएन्ति, होएन्ते, होएइरे.
होइन्ति, होइन्ते, होअइरे. होए- होएइ, होएन्ति, होएन्ते. होएइरे. होआव- होआवड, होआवन्ति, होआवन्ते, होआविरे. होआवेइ,
होआवेन्ति, होआवेन्ते, होआवेइरे. होआवए. होआविन्ति, होआविन्ते,होआवइरे. होआवे- होआवेइ, होआवेन्ति, होआवेन्ते, होआवेइरे.
होआविन्ति, होआविन्ते.
बी, पु. होअ- होअसि, होअसे, होइत्था, होअह. होएसि
होएइत्था, होएह.
होअइत्था, होए- होएसि, होएइत्था, होएह. होआव- होआवसि, होआवित्था, होआवह.
होआवेसि, होआवेइत्था, होआवेह.
होआवसे, होआवइत्था. होआवे- होआवेसि, होआवेइत्था, होआवेह.
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