SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 87
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir -- बराबर है वजह और जहद कोनों के स्व. २ __ लेकिन य ज ब और वजह कोन मिलकर दो समकोन के बराबर हैं इसलिये वजह और ज ह द कोन मिलकर दो समकोन के बराबर हैं फल इसलिये अगर एक सीधी रेखा दो समानान्तर सीधी रेखाओं पर गिरे तो कोने आद्योपान्त-यही साबित करना था टि. १ बारहवीं स्वयंनिध पहली ही बार इस माध्य में इस्तेमाल की गयी है टि. २ इस साध्य को पिले फार साहव ने वर्ग र बारहवीं स्वसिद्धि की मदद के इस तरह साबित किया है अगर अज ह कोन ज ह द कोन के बराबर नहोतो इनमें से एक बड़ा होगा दूसरे से अगर मुमकिन अहो तो फर्ज करो कि च ज ह कोन ज ह द कोन से की बड़ा है ह ज के ज विंदु पर और उसके उस तरफ में जिधर अज ह कोन है ह ज क कोज ज ह द कोन स । के बराबर बनायो और क ज को ल तक बगायो कि क ज ह और ज ह द एकान्तर कोन आपस में बराबर हैं इसलिये क ल समानान्तर है स द को ( सा० २७) लेकिन अब भी स द की समानान्तर है ( फर्ज) इसलिये अब और क ल जो एकही ज बिंदु में होकर गुजरती हैं दोनों समानान्तर हैं स द की और यह नामुमकिन है (बारहवीं स्वयंसिद्ध का टिप पन देखो) इसलिये अजह और ज हद एकान्तर कोन यापम में नाबराबर नहीं हैं यानी आपस में बराबर हैं। __ कि य ज ब कोन अज ह कोन के बराबर है ( सा० १५) और अजह कोन ज ह द कोन के बराबर माबित होचुका है इसलिये ए जब बहिःकोन बराबर है ज ह द अन्त:कोन के (ख० १) ___ चंकि य ज ब कोन ज ह द कोन के बराबर है और इन दोनों बराबरों में से हरएक में ब ज ह कोन मिलायो इसलिये य ज ब और ब ज ह कोन मिलकर ब ज ह और ज ह द कोन के बराबर हैं (स्व०२) लेकिन य ज ब और ब ज ह कोन मिलकर दो समकोन के बराबर हैं (सा० १३) इसलिये ब ज ह और ज ह द अन्त:कोन भी मिलकर दो समकोन के बरावर हैं ( स्व० १) For Private and Personal Use Only
SR No.020605
Book TitleRekhaganit
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaram Babu
PublisherAtmaram Babu
Publication Year1900
Total Pages220
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy