SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 84
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( ८२ ) (६३) जो रेखा किसी और रेखाओं के साथ समकोन बनाती है तो वह रेखा पापस में समानान्तर होंगी (६४) हर समदिवाहु त्रिभुज के शीर्ष बहिःकोन के दो बराबर हिस्से करने वाली रेखा आधार के समानान्तर होती है ___ साध्य २८ प्रमेयोपपाद्य सा० सूत्र अगर एक सीधीरेखा किसी और दो सीधी रेखाओं पर गिरकर अपनी एक तरफ़ में बहिःकोन और उसके सामने का अन्तःकोन बराबर बनावे या अपनी एक तरफ़ दो अन्तःकदोन समकोन के बराबर बनावे तो वह दोनों सीधी रेखा समानान्तर होंगी सह वि० सूत्र फर्ज करो कि य फ सीधी रेखा अब और स द दो सीधी रेखाओं पर गिरकर य ज व बहिःकोन उसके सामने के जहद अन्तःकोन के बराबर अपनी एक तरफ़ में बनाती है या अपनी एक तरफ के ब ज ह और जहद अन्तःकोन दो समकोन के बरावर बनाती है तो अब समानान्तर होगी स द की ब य अ उप. चूंकि य ज ब कोन जहद कोन के । बराबर है और य ज व कोन आज ह कोन के बराबर है सा०१५ इसलिये अजह कोन जहद कोन बराबर है स्व. १ और यह एकान्तर कोन हैं इसलिये अब समानान्तर है स द की सा० २७ फिर चूंकि ब ज ह और जहद कोन मिलकर दो समकोन के बराबर हैं फ़र्ज़ और अजह और वजह कोन भी मिलकर दो समकोन के बराबर है सा० १३ For Private and Personal Use Only
SR No.020605
Book TitleRekhaganit
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaram Babu
PublisherAtmaram Babu
Publication Year1900
Total Pages220
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy