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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org १ २०२ इसलिये सब, बद और दअ परके वर्ग मिलकर बराबर हैं सब और बद के दूने घरातल और प्रद और सद पर के बगों के १-ख० २ लेकिन बम पर का बर्ग वराबर है व द और दच्छा पर के बर्गों के और अ स पर का वर्ग बराबर है अद और दस पर के ब के १- सा० ४७ इसलिये सब और बम पर के बर्ग मिलकर बराबर है सब और बढ़ के दूने घरातल और अ स पर के वर्ग के यानी प्रस पर का वर्ग सब और ब अ पर के बर्गों से कोटा है बकदर सब और बद के दूने घरातल के और जब कि बस पर मल लंब है तो बस वह सीधी रेखा है जो व कोन और लंब के बीच में है और यह बात ज़ाहिर है कि द्रव्य और वस पर के बर्ग मिलकर बराबर है स पर के वर्ग और बस पर कटूने वर्ग के ---इसलिये अगर किसी त्रिभुज में बायोपांत यही साबित 60911 31 दिन यस काय पहले अध्याय इस तरह साबित होती है त्रिभुज अब सकौ भुजों पर सज, वह और अल वर्ग बनायो (१ - सा० २६) धौर लम्ब अच, सन और वर से बस, बरसलों पर डालो ( १ सा० १२ ) और ह अ, ब फ, बज, सम, सल और कमिलाको क्रम Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ପ D क स फ For Private and Personal Use Only ट घ ग्र ल 欢 स ศ 6
SR No.020605
Book TitleRekhaganit
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaram Babu
PublisherAtmaram Babu
Publication Year1900
Total Pages220
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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