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हनैयु ]
धनेयु - १० कच्ची रोकड़ स्त्री० पट - वि० पुष्कल वि० काफ़ी દુપટાવવું -સક્રિ 50 गुप्त रखना स०क्रि०
૧૧૫
६भाई-० रौब पु० दबदबा
EHIH-Y'o da go zgzal भियेक्ष - वि० दमेका रोगी वि० घ्या - स्त्री • कृपा स्त्री० मेहर
छिपाना
६इष्याववुः स०वि० मुर्दागावना स०क्रि० ध्यानिधि - ५०० दयासागर- ईश्वर, रहमान
·
[ हरप्यार
दफ़नाना
इतर-१० कार्यालय पु० दफ़्तर
इन-न० मुर्दा गाड़ना
रहम
नाव - स०४० गाड़ना ०क्रि० ध्याभय - वि० कृपालु वि० मेहरबान ध्याई - वि० दयाद्रवित वि०
स०
दफ़नाना
मडाव - स०० डराना स०क्रि० घ्याणु वि० कृपालु वि० मेहरबान ६२ - ५० भाव पु० कीमत; न० छेद; दरवाजा
ध्याभाव - ५० कृपाभाव पु० रहम नज़र ध्याभ - वि० दयास्पद वि० काबिले
धमकाना
६-५० रौब पु० दबदबा हमवु - अ० हार जाना अ० कि० | हरप्पास्त स्त्री० मर्जी स्त्री० दरख्वास्त
Mi
शिकस्त खाना
हम - अ० ० नगारा बजाना अ०
क्रि०; चमकना हमरी - स्त्री० पैसेका चौथा हिस्सा
भडे। स्त्री० जीव पु० दम
દરકાર–સ્રી ० आवश्यकता स्त्री • जरूरत
०
प्रस्ताव
प्पन० भार पु० वञ्चन ६२गा- स्त्री० पीर की क़ब्र स्त्री० दरगाह ६भ–५० श्वास्र पु• खाँस; दमेका रोग; ६२५:४२ - वि० क्षमा किया हुआ वि०; शक्ति; धमकी दरगुज़र
६२७-५०० दर्जी पु०
६२० - पुं० पद पु० रुतबा ६२६ - २० पीड़ा स्त्री० दर्द
हम भाट - पु० रौब पु० दबदबा
- त्रि० माँदा वि० बीमार हरागीनी-पुं० धन- जेवर पु० रहावे - ५० अधिकार पु० इक्क़
हमहाटी - स्त्री० धमकी स्त्री०
६भन-१० अत्याचार पु० जुल्मः काबू ६२मान, हरयान-युं० द्वारपाल पु० दरमैं करना
बान
६५२६ - २५० निरन्तर लगातार इमलर - ५० शीघ्रता से अ० तेज़ी से
६२०५२-५०० राजा, दरबार पु०; राज
सभा
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