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वर्णानुक्रमणिका।
अभ्रपटवम्--अभ्रकम् अभ्रमांसी ४३४ अभ्रलोहम-वैदूर्यम् अभ्रलोहिनी-वालुका अभ्रसार:---कपरः अभ्रम्-अभ्रकम अभ्रम्-महारसाः अभ्रम्-मुस्ता अमङ्गल्यः--पारावतः अमरकण्टिका-शतावरी अमरदारु-देवदारुः अमरः—पारदः अमरा--ऐन्द्री अमराजरा-गृहकन्या अमरादिदारु–देवदारुः अमरा--मृर्वा अमरा-बट: अमरी-मृर्वा अमलमणिः-स्फटिक: अमलरत्नम्-स्फटिकः अमळम्--विमलम् अमला-महानीली अमला-सातला अमावस्या-अमावास्या अमावास्या ४१६ अमिलातक:-तरणी अमृणालम् ४२६,४३७ अमृणालम् --उशीरम् अमृणालम्-ठामजकम् अमृतकन्दा-गुडची अमृततराङ्गेणी-रात्रिनामानि अमृतफलम् ४२६ अमृतफलम् --वयस्था अमृतफलाख्यम्—पालेवतम् अमृतफला-द्राक्षा अमृतफला-बयस्था अमृतरसा-उत्तरापथिका अमृतलता-गुडूची
अमृतवल्ली-गुडूची अमृतसंभवा-गुडूची अमृतसंभवा---गुडची अमृतसोदरः--घोट: अमृतस्रवा ४३१,४२९ अमृतसवा ४३३ अमृतस्रवा-रुदन्ती अमृतम् ४२६,४३० अमृतम् ३१६ अमृतम्-औषधम् अमृतम्-घृतम् अमृतम्----दुग्धम् अमृतम्-पानीयम् अमृतम्--पारदः अमृतम्-विषम् अमृतः—गृष्टिः अमृतः-मकुष्टका अमृता ४३८,४४० अमृता—ऐन्द्री अमृता--गुडुची अमृता-दूर्वा | अमृताफल:—पटोल: अमृता-बहुला अमृता-~वयस्था अमृतासङ्गम् तुत्थम् अमृता-~-सुरा |अमृता-सौराष्ट्री अमृता हरीतकी अमृतात्पन्नम्-तुत्थम् | अमृतोत्पन्ना-दंश: अमृतोत्पन्ना—मक्षिका अमृतोद्भवम्-तुत्थम् अमृतोद्भवा-बहुला अमृतोपमम्-तुत्थम् अमोघफलोदयः—फलितवृक्षः अमोघा ४२७,४३७ अमोघा-पाटला अमाघा-विडङ्गा
अम्बकम् दृष्टिः अम्बरम्-अभ्रकम् अम्बष्ठका अम्विका अम्बष्टकी--पाठा अम्बष्टतरुः नक्षत्रवृक्षाः ३२७ अम्बष्टा ४३३ अम्बष्टा-अङ्गारवल्लिका अम्बष्टा--आम्बका अम्बष्टा-क्षुद्राम्बिका अम्बष्ठा-पाठा अम्बष्ठा-यूथिका अम्बष्ठिका–अम्बिका अम्बा--अम्बिका अम्बाला-अम्बिका अम्बालिका-अम्बिका अम्बिका ११८ अम्बिका-श्वेताम्ली अम्बु ४३६ अम्बुजन्म-कमलम् अम्बुजम्-कमलम् अम्बुजम्-कुमुदम् अम्बुदः-अपमन्तकः अम्बुधरः-मुस्ता अम्बुधिस्रवा--गृहकन्या अम्बुधिः-पानीयम् अम्बु–पानीयम् अम्बुप्रसादनफलम्—कतकम् अम्बुप्रसादः-कतकम् अम्बुरुहम्-कमलम् अम्बुरुहा-पद्मचारिणी अम्बुवल्लिका-करका अम्बु–वालकम् अम्बुवासा-पाटला अम्बुवासिनी---पाटला अम्भ:--पानीयम् | अम्भःसारम्—मौक्तिकम् अम्भोजम्-कमलम् अम्भोजम्-कुमुदम्
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