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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दुकड़ियो ( ६१४ ) दुचित दुकड़ियो-(न०) भोजन परोसने का दोनों जगह पर चोट करना। २. सताना । हाथों से पकड़ा जाने वाला दो कड़ों कष्ट पहुँचाना। वाला पात्र । दुखावो-(न०) वेदना । पीड़ा। दर्द । दुकड़ा-(नम्ब०व०) संगीत में ताल देने की दुखियारी-(वि०) १. दुखियारा । दुखी । चमड़े से मढ़ी हुई एक प्रसिद्ध नर-मादा दुखिया । २. दुख देने वाला । ३. दुख वाद्य की जोड़ी। तबला जोड़ी। देने वाली । दुखदाई । (ना०) दुखी दुकर-(वि०) १. दुष्कर । कठिन । स्त्री। दुखिता । दुखियारण ! मुश्किल । २. दुष्ट । ३. नीच । दुखियारो-(वि०) १. संकटग्रस्त । दुखी । दुकान-(ना०) माल बेचने का स्थान । २. दुख देने वाला । दुखदाई । ३. दूसरे दूकान । हाट । के दुख से प्रसन्न होने वाला । .. दुकानदार-(न०) दुकान वाला। दुकान दुखियो-(वि०) १. दुखी । २. दरिद्री । ___ का मालिक । दुखी-(वि०) १. कष्टी । संतप्त । दुखी। दुकानदारी-(ना०) दुकान चलाना । दुकान २. व्यथित । ३. रोगी। पर माल बेचने का काम । खरीद फरोख्त दुगणो-(वि०) दोगुना। द्विगुण । दूना । का धंधा। बमरणो । बवरणो। दुकाळ-(न०) दुष्काल । अकाल । दुभिक्ष। दुगदुगी-(ना०) एक प्राभूषण । धुकदुक्रत-(न०) १. दुष्कृत्य । कुकृत्य । घुकी। कुकर्म । २. पाप। दुगम-(वि०) १. दुर्गम । २. वीर । दुख-(न०) कष्ट । दुख । तकलीफ। बहादुर । (न०) १. सूपर । २. सिंह । दुखड़ो-(न०) १. दुख का वर्णन । दुख दुगाणी-(न०) १. एक पुराना सिक्का । कथा । दुखड़ा। दुख । विपत्ति । ३. २. रुपये का चालीसवाँ भाग (ब्याज की दुर्गति । ४. व्यथा। फलावट में) ब्याज फालने का मान । दुखगियो-दे० दूखणियो। दुरगाणी । वि०) छोटा । तुच्छ । दुखतर-(ना०) बेटी । पुत्री । दुख्तर । दुगाम-दे० दुगम । दुखतरपति-(न०) जमाई । जामाता। दुगाय माता-(ना०) मारवाड़ के ई दावाटी दुखदाई-(वि०) दुख देने वाला। दुखद । प्रदेश के दुगाय पर्वत की देवी का नाम । दुखदायी। दुगाह-(वि०) १. जो ग्रहण नहीं किया दुखदायक-दे० दुखदाई। __जा सके । २. जो जीता नहीं जा सके । दुखदायण-(वि०) दुख देने वाली। दुगुण-दे० दुगुणो। दुखागो-दे० दुखावणो। दुगुणो-(वि०) दूना । दुगुना ।। दुखारो-(वि०) १. दो क्षारों वाला। २. दुघड़ियो-(न०) १. दो-दो घड़ी का मुहुर्त वह जिसमें चाँदी और तांबा मिला हो । विधान । दो दो घड़ियों का वारों के (सोना) ३. वह जिसमें जसद और अनुसार निकाला हुषा मुहुर्त । (वि०) तांबा मिला हो । ४. दो धातुओं की दो घड़ी का।। मिलावट वाला। ५. दुखी । ६. दुख- दुचित्तो-(वि०) खिन्न । अप्रसन्न । दुमणो । दाई। दुचिंत-(वि०) १. चिंतातुर । २. दुखी । दुखावणो-(क्रि०) १. दुखाना । दर्द की ३. खिन्न । अप्रसन्न । For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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