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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दीद दाणव-राव ( ६०३ ) दाणवै-राव-(न०) १. दानवराज । दानवों दातरण-कुरळो-(न०) १. मुख शुद्धि । २. का स्वामी । २. बादशाह । यवन वाद- दातुन और गरारा द्वारा दाँत, जीभ और शाह । गला साफ करने की प्रातः क्रिया। ३. दाणवो-दे० दाणव। दातुन नाश्ता आदि करने की प्रातः दाणादार-(वि०) दरदग । दानेदार । क्रिया । रवादार । करणीदार । कणीवाळो। दातण पाणी--(न०) १. दातुन और पानी । दागी-(न०) १. कर वसूल करने वाला २. दातुन और पानी से की जाने वाली व्यक्ति या कर्मचारी। २. नाज का व्या- हाथ-मुह की सफाई । ३. मुखशुद्धि । ४. पारी। ३. नाज तोलने का धंधा करने दातृन, नाश्ता आदि करने की क्रिया । ५. वाला तोलावट । तोलाबटियो । ४. कलेवा । नाश्ता। धारण करने वाला या रखने वाला अर्थ दातरड़ी-(ना०)१. छोटी हँसिया। गडासी। को व्यक्त करने वाला एक प्रत्यय । जैसे- २. सूअर का बाहर निकला रहने वाला पीकदाणी, सुरमादारणी आदि। दाँत । दागो-(न0)१. अनाज । धान्य । २. धान्य दातरडो-(न०) हँसिया । दात्र । गँडासा । करण । दाना। ३. घोड़े को तोबड़े में दातरळो-दे० दातरड़ो। खिलाई जाने वाली चने की दाल आदि । दातलो-दे० दातरड़ो । दाना। ४. माल का दाना। मनका। दाता-(वि०) १. देने वाला। २. दानी । ५. गठड़ी। बंडल । नग। ६. नग। उदार । (न०) १ कुटुम्ब का वृद्ध पुरुष । अदद । ७. नगीना । रत्न करण । ८. २. पिता । ३. ईश्वर । ४. दानी पुरुष । समझ । बुद्धि । दातार-(वि०)१. दानी । २. उदार । (न०) दाणो दाबणो-(मुहा०)१. विचार जानना। १. ईश्वर । २. दानी पुरुप । २. किसी के मन की जानने का प्रयत्न दातारगी-(ना०) दातृत्व । दानशीलता । करता । ३. खुशामद करना । बदान्यता। दाणो देरगो-(मुहा०) घोड़े, बैल आदि को दातार गुर-(वि०)बड़ा दानी । महादानी । दाना खिलाना। दातारी-दे० दातारगी। दारणो-पाणी-(न०) १. प्रारब्ध । नसीब । दातावरी-(वि०) देनेवाली । (ना०) दान तकदीर । २. दाना-पानी। अन्न-जल । शीलता । वदान्यता । दातारी । ३. जीविका। रोजी। ४. संयोगवश दात्रड़ियाळ-दे० दांतड़ियाळ । किसी स्थान पर रहना और वहाँ का दाथरो-(न०) भाप से सिझोने के निमित्त अन्न-जल लेना । रहने का संयोग। खाद्य वस्तु को बरतन में अधर रखने के दाणो-पाणी करणो-(मुहा०) पड़ाव पर लिये की जाने वाली पानी के ऊपर तृण दाना पानी (भोजन) करना । आदि की परत या जाली। दात-(ना०) १. दहेज । २. दान । ३. दाँत। दाद-(ना०) १. फरियाद । अर्ज। २. इन्साफ। ४. दात्र । हँसिया । (वि०) दाता । न्याय । दाद। ३. किसी के व्यक्तित्व, देने वाला। काम या बात को समझने, मानने या दातड़ियाळ-दे० दांतड़ियाळ । महत्व देने का भाव । ४ धन्वाद । ५. दातण-(न०) दाँतुन । दतौन । एक चर्म रोग । दद् । दाद । For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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