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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ज्याळ (४२) ज्वाळ-(ना०) १. ज्वाला। २. प्राफत । ज्वाळानळ-(10) अग्नि । संकट। ज्वालामुखी-(वि०) जिसके मुख में से ज्वाळ जंत्र-(न०) १. तोप । २. बंदूक । ( जिसके अंदर से ) अग्नि निकलती है । ज्वाळनळ-दे० ज्वाळानळ । (न०) १. वह पर्वत जिसके भीतर से ज्वाळा-(ना०) ज्वाला । अग्निशिखा । अग्नि, धुपा मोर पिघला हुआ पत्थर ज्वाळा देवी-(ना.) १. एक प्रसिद्ध देवी निकलता है। (ना.) १. एक देवी । जिनका स्थान कांगड़ा जिले में है । २. ज्वालादेवी। २. ज्वालामुखी तीर्थ । कोहकाफ पर्वत की एक देवी। ज्वाँई-(न0) जमाई । दामाद । झ-(न०) संस्कृत परिवार की राजस्थानी झकाझक-(वि०) १. साफ और चमकीला। वर्णमाला के चवर्ग का चौथा व्यंजन । २. ताजा । बढ़िया । सुदर । झक-(ना०)१. मछली । २. सनक । खन्त । झकाळ-(ना०) व्यर्थ की बातें । बकवाद । ३. जिद । हठ । (वि०) उज्वल । झकाळियो-(वि०) व्यर्थ की बातें करने चमकीला। वाला। झककेतु-(न०) कामदेव । झषकेतु । झकाळी-दे० झकाळियो। झकझक-(ना.) १. व्यर्थ की बकवाद । झकी-(वि०) १. हठी। जिद्दी । २. व्यर्थ ___ कहा-सुनी । २. हुज्जत । तकरार। __की बातें करने वाला। झक झोरणो-१. जोर से हिलाना। २. झकुड-(न०) मस्तक । प्रकुट । झटका मारना। झक मारगो-(मुहा०) १. व्यर्थ समय नष्ट झकोळरणो-(क्रि०) १. पानी, तेल मादि करना। २. अपनी बरबादी करना। किसी तरल पदार्थ में किसी वस्तु को ३. सनकी बातें करना। ४. अव्यवहारी डुबा कर बाहर निकालना । २. पानी को बातें करना। ५. छलकपट की बातें इधर-उधर हिलाना। ३. पानी आदि में करना । ६. झूठा और व्यर्थ पाचरण किसी वस्तु को बार बार दुबाना-निका. करना। लना। ४. धोना । प्रक्षालन करना । झकर-दे० झिकर। ५. जुबाना । ६. नहाना । ७. नहलाना। झकळ-झकळ-(अनु०) पानी को थपथपाने झकोळियो-(न०) मावश्यकता से अधिक का शब्द । पानी पड़ गया हो वह साग, तीवन झकळवाणी-(न०) वह द्रव व्यंजन ( साग प्रादि। सब्जी, तीवन प्रादि) जिसमें जरुरत से झकोळो-(न०) १. स्नान । २. कम पानी ज्यादा पानी पड़ गया हो। का स्नान । ३. प्रक्षालन । ४. दुबकी। झकळवाणो-दे० झकळवाणी । ५. पानी का धक्का । ६. साग, तीवन झक वेधक-दे० झकवेधरण। प्रादि वह वस्तु जिसमें आवश्यकता से झक-वेधण-(न०) अर्जुन प्रधिक पानी पड़ गया हो। For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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