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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (४० ) छळक-(ना०) छलकता हो इस तरह । हुआ। छलकन । छल्लो-(न०) १. छल्ला । अंगूठी। २. स्त्रियों छळकरणो-(क्रि०) १. छलकना। २. उम- की एक ऐसी अंगूठी जो दो अंगुलियों में ड़ना । ३. उभरना। पहनी जाती है। छळ-कपट-(न०) १. झांसा-पट्टी। छल- छव-(न०) छ: की संख्या । '६' (वि०) छः। कपट । २. धोखाधड़ी। षट। छळकारणो-(क्रि०) छलकाना । उभराना। छवाई-(ना०) १. छाने की मजदूरी । २. छळकावणो-दे० छळकाणो। छाने का काम । ३. एक शस्त्र । छळछंद-(न०) पूर्तता । कपट का व्यवहार। छवी-दे० छवीस । छळछंदी-(वि०) धूर्त । छल कपट करने छवीस-(वि०) १. एक सौ बीस । २. वाला । कपटी। छब्बीस । छळछिद्र-दे० छळछंद । छवीसी-(वि०) एक सौ बीस । छळछिद्री-दे० छळछंदी। छंग-दे० छाँग। छळ-जाग-(ना०) १. युद्ध रूपी यज्ञ । २. छंगणो-दे० छाँगणो। युद्ध भूमि । छंगास-दे० चंगास। छळणो-(क्रि०) छलना । धोखा देना। छछाळ-(न०) १. हाथी । २. घोड़ा । ३. ठगना । ठगयो। सिंह । ४. फव्वारा । ५. वायु का झोंका। छळभोम-(ना०) १. युद्धभूमि । रणक्षेत्र। (वि०) १. पागल । २. मदान्ध । २. रणकुशलता। छंछेड़गणो-(क्रि०) १. छेड़ना । २. हिलाना। छळावो-(न०) छल । धोखा । ३. सताना। ४. लगाना। सुलगाना । ५. चिढ़ाना। छळा-(अव्य०) लिये । वास्ते । छलांग-(ना०) कुदान । उछाल । फलांग ।। छंट-(ना०) १. बूद । छाँट । २. दुर्गध । (वि०) छाँटा हुआ । छटेल । चालाक । छळा-नायक-(न०) युद्धनायक । सेनापति । छळि-(प्रव्य०) संप्रदान विभक्ति । लिये। छंटणी (ना०) १. नौकरी से दूर करने के लिये छाँटने का काम । छंटनी। २. वास्ते । हेतु। छंटाई। छळियो-(वि०)१.छली । धोखेबाज । कपटी। छंटणो-(क्रि०) १. छंट कर अलग होना । २. योद्धा । जोधो। साथ छूटना । पृथक होना। २. छंटा छळी-(वि०) छल करने वाला। छलिया। जाना । चुना जाना । कपटी। छंटाई-(ना०) १. छांटने की क्रिया । २. छलीमरदो-(न०) ऊंट के पलान का एक छिड़काव । उपकरण। छंटाणो-(क्रि०) छंटवाना। छलेणी-(वि०) १. छलांग मारने वाली। छंटाव-(ना०) १. छांटने की क्रिया। २. .. २. छलने वाली । ठगनी। अलग होने या करने का कार्य । ३. छळो-(न०) १. घोड़े या गधे का मूत्र । छिड़काव । २. बकरा। . छंटावरगो-दे० छंटाणो। छलो-(न०) छल्ला। छंटेल-(वि०) १. छांटा हुआ । २. बदमाश । छलोछल-(वि०) लबालब । पूरा भरा ३. धूर्त । चालाक । For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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