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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir गैगाह ( ३३२ ) गैल छोड़णो बलशाली। २. हाथियों को पकड़ने या अदृश्य । ३. अज्ञात । ४. पापी । पछाड़ने वाला। (क्रि०वि०) अचानक । गैगाह-दे० गजगाह । गैमर-(न०) हाथी। गैघट-(न०) १. ऑनदोल्लास । २. महो- गैर-(अव्य०) निषेध, अभाव, गलत इत्यादि त्सव । ३. भोगविलास । ४. आनंद के अर्थ सूचक एक उपसर्ग । (वि०) १.दूसरा । साधनों की उपलब्धि । सर्व सम्पन्नता। अन्य । २. अपरिचित । ३. अनुचित । ५. गैघट (गैघट्ट) नाम का राजस्थानी गैर इनसाफ-(न0) अन्याय । दूहा साहित्य । ६. गजदल । हस्तीदल। गैर कायदे-(वि०) कायदा विरुद्ध । गैघटा-(ना०) १. हाथियों की घटा । गैर चलण- (न०) १. जो राज्य से अमान्य हाथियों का मुड। २. हाथियों की सेना। हो। जो राज्य द्वारा संचालित न हो। हस्ती सेना। जैसे खोटा रुपया। नकली रुपया। २. गवूमणो-(क्रि०) १. घने बादलों का उम- जो व्यवहार विरुद्ध हो, जैसे-खोटी हुंडी। ड़ना । घटा का उमड़ना। २. छा जाना।। जाली हुंडी । ३. गैर चाल । कुमार्ग । मंडराना। गैर चाल-(न0) कुमार्ग । बदचलनी । गैजूह-(न०) हस्ती दल । (वि०) बदचलन। गै-डसण-(न०) १. गजदंत । गजदशन । २. गैर-मुनासिब-(वि०) गैर वाजिबी । गजदंशन । सिंह । ३. ध्रोळ (सौराष्ट्र) के अनुचित । ठाकुर जसाजी जाडेजा का विरुद। ४. गैर-रस्तो-(न०) १. बेकायदा । २. खोटा सूमर । (वि०) सिंह के समान बली। वीर। मार्ग । ३. कुरीति । गैडंबर-(न०) १. घटा। घनघटा । २. गैर-वदळ -दे० गैर वल्ले । पश्चिम की ओर से उठने वाले बादलों गैर वल्ले-(अव्य०) १. चिट्ठी पत्री आदि की घटा । लोरों की घटा । का योग्य पते पर नहीं पहुँचना । गैर गैरण-(न०) आकाश । गगन । बदले । गैर बदले हो जाने का भाव । गैरणाग-(न0) १. गगन । प्राकाश । २. २. खो जाने का भाव । गुम हो जाने का गगनाग्नि । ३. हाथी। भाव । गैतूल-(न०) १. वातचक्र । बवंडर । २. गैर बाजबी-(वि०) १. अनुचित । २ आकाश में छाई हुई गर्द। ३. आँधी। अयोग्य । तूफान । ४. हस्ती सेना। ५. सेना । ६. गैर-हाजर-(वि०) अनुपस्थित । गैर समूह । ७. पवन । हाजिर । गैदंत-(न०) हाथी दांत । गैर-हाजरी-(ना०) अनुपस्थिति । गैर गैब-(वि०) १. जो सम्मुख न हो। जो हाजिरी । अज्ञात हो । परोक्ष । २. जो नहीं देखा गेल-(ना०) १. पीछा । २. रास्ता । मार्ग । जा सके । अदृश्य । (अव्य०) प्रति । हर । (क्रि०वि०) पीछे । गैबाऊ-(क्रिवि) १. गुप्त रीति से । गैल छोड़णो-(मुहा०)१.(किसी से संबंधित) २. अचानक । ३. सामान्य प्रकार से। छेड़ी हुई चर्चा को बंद करना । घर (वि०) सामान्य। रखना। पीछा छोड़ना । २. पीछा नहीं गैबो-(वि०) १. गुप्त । छिपा हुमा । २. करना। For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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