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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir गूदियो गणियो ( ३३० ) गूणियो-(न०) १. छोटा कलश । २. दूध गूघटो-दे० गूघट । दुहने का पात्र । दूणियो । दूहणियो। गूच-(ना०) १. गुत्थी । २. उलझन । गूणो--(न०) ग्वार, मूग, मोंठ आदि के कठिनाई । सूखे हुए पौधों की कूटी हुई टहनियाँ, गूचवाड़ो-(न०) १. उलझन । गुत्थी । पत्तियाँ आदि का भूसा। २. असमंजस । दुविधा। ३. कठिनाई । गूतो-(न०) १. गाय या भैंस के प्रसव के गूछळी-(ना.) १. लच्छी। अंटी । २. उल बाद पहली बार दोहा हुअा और गरम झन । मुश्किली । ३. डोरे आदि में पड़ने किया हुआ दूध । २. पहली बार दोहा वाली गाँठ, गूची । उलझन । हुआ दूध। गूछळो-(न०) बड़ी गूछळी । गूद-(न०) माँस । गूज-(ना०) १. गुजार । २. प्रतिध्वनि । गूदड़ती-दे० गूदड़ी। ३. कान की बालियों में लपेटा हुआ पतला गूदड़ी-(ना.) चिथड़ों से बनी हुई बिछाने तार ४. गुप्त मंत्रणा । व प्रोढ़ने की गुदड़ी । गोदड़ी । राली। गूजणो-(क्रि०) १. गुर्राना । २. गरजना। गूदड़ो-(न०) चिथड़ों से बना हुआ बिछा- ३. प्रतिध्वनि होना । गूजना। ४. भौंरे वन । का गुजार करना । ५. जोर से बोलना । गूमड़ो-(न०) व्रण । गाँठ । फोड़ा। गूजार-(न०) कोठार । गू-मूतर-(न०) मल-मूत्र । मैला। गूजियो-(न०) जेब । खीसो । गूलरियो-(न०) कुत्ते का बच्चा । पिल्ला। गूजी-(ना०) घर वालों से छिपा कर रखा कूकरियो। हुआ धन । गूहो-(न०) उपस्थकच राशि । गूजो-(न०) १. जेब । २. एक मिठाई। गूग-(ना०) १. गूगापन । मूकपन । २. आपे गूथणो-(क्रि०) १. गूथना। २. पिरोना । से बाहर होने का भाव । ना समझी। ३ रचना करना । प्रथित करना। सनक । ३. पागलपन । उन्मत्तता। गूथाणो-दे० गूथावणो । गूगलो-(वि०) १. गूगा। मूक । (न०) गूंथावणो-(क्रि०) गुथवाना । १. एक बरसाती कीड़ा। २. मस्त ऊंट। गूद-(ना०) १. गोंद । २. मांस । ३. मरा गूगी-(ना०) ठंड तथा बरसात में प्रोढ़ा हुआ पशु । जाने वाला जमाई हुई सफेद ऊन का गूदरणो-(क्रि०) गूधना । माँड़ना । एक वस्त्र । (वि०) १. जिसमें बोलने की गूदपाक-(न०) गोंद से बनने वाली एक शक्ति न हो । मूक । गूगी। २. आपे से मिठाई । बाहर । नासमझ (स्त्री)। ३. पागल गूदरै-(क्रि० वि०) निकट । पास । (प्रायः (स्त्री)। ___ गाँव के) गूगो-(न०) नाक का सूखा मैल । सूखा गूदवड़ो-(न०) एक मिठाई। रेंट। (वि०) १. जिसमें बोलने की शक्ति । गूदरो-(न०) १. गाँव के फलसे की बाहर न हो। मूक । गूगा । २, आपे से बाहर। का मैदान । २. कनिष्टिका के नीचे से ना समझ । ३. पागल । उन्मत्त । कलाई तक हथेली का भाग । गूंघट-(न०) १. घूघट। मुखावरण। गूदियो-(न०) १. छोटे लिसोड़े वाली २. आवरण । ३. लज्जा। गूदी का फल । लिसोड़ा। २. गोंदपाक । For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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