SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 338
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir गिनरत ( ३२१ ) गिरसोन गिनरत-(ना०) १. गिनती । गणना । धूलि । गर्द । २. ख्याल । विचार । ध्यान । ३. पूछ। गिरदवाय-(न०) १. विस्तार । २. घेरा। बूझ । चारों ओर का विस्तार । गिनान-दे० ग्यान । गिरदाव-(क्रि०वि०) चारों ओर । (न०) गिनान-विसंभ-(न०) ज्ञान का आधार-रूप। घेरा । चक्कर । ज्ञान-विध भ । (वि०) तत्वज्ञान में दृढ़। गिरदावर-(न०) महकमा मालगुजारी का गिनायत-दे० गनायत। __ एक कार्यकर्ता। फिर करके जांच पड़ताल गिनारणो-(क्रि०) १. ध्यान देना। सोचना। करने बाला। गिर्दावर । २. परवाह करना। ३. समझना । विचार गिरदी-(ना०) १. भीड़ । २. धूलि । गर्द । करना। गिरधर-(न०) श्रीकृष्ण । गिरिधर । गिनारो-(न०) परवाह । ध्यान । ख्याल । गिरधारी-(न०) गिरिधारी । श्रीकृष्ण । गिनती। गिरनार-(न०) सौराष्ट्र में जूनागढ़ के पास गिनो-दे० गनो। का पर्वत और तीर्थस्थान । गिर-(न०) १.गिरि । पहाड़ । २.तरबज ग्रादि गिरपुर-(न०)१.राजस्थान के दूंगरपुर नगर फलों के अन्दर का गूदा । ३. दसनामी का काव्योक्त नाम । २.पहाड़ और नगर । संन्यासियों का एक भेद । गिरि। गिरफतार-(वि०)पकड़ा हुआ। गिरिफ्तार । गिर-अढार-(न०) १. आबू पर्वत । २. गिरफतारी--(ना०) कैद । बंधन । गिरमिट-(न०) १. भारत के बाहर मजदूरी समस्त पर्वत । गिर-उद्धर-(न०) गिरिधारी। श्रीकृष्ण । के लिये ले जाये जाने वाले मजदूरों से कराया जाने वाला इकरार नामा । गिरगट-दे० काकीडो। एग्रीमेन्ट । २. छेद करने का एक औजार। गिरजा-(ना०) १. गिरिजा। पार्वती ।। गिम्लेट। २. ईसाइयों का प्रार्थना-मंदिर । गिरजा गिरमिटियो-(न०) गिरमिट (एग्रीमेन्ट) से घर । बँधा हुआ मजदूर । . गिरझ-(न०) १. गिद्ध । (ना०) गिद्धनी। गिरमेर-(न०) सुमेरु पर्वत । मेरुगिरि । गिरझड़ो-(न०) गिद्ध । गिरराज-(न०) १. गोवर्धन पर्वत । गिरिगिरण-(न०) १. सूर्य, चंद्र का ग्रहण । २. राज । २. हिमालय । ३. प्राबू पर्वत । पीड़ा के कारण मुंह से निकलने वाला गिरराजधरण-(न०) गिरिराजधरण । एक अव्यक्त शब्द । पीड़ा सूचक शब्द । श्रीकृष्ण । कराह । गिरवाण-(ना.) १. लकड़ी की बनी ऊंट गिरण-गहलो-(वि०) प्रति विक्षिप्त । पूरा की नकेल । (न०) देवता । गीर्वाण।। 'पागल । गिरवाणपत-(न०) इन्द्र । गीवाणपति । गिरणो-(क्रि०) १. गिरना । २. पतन गिरवाणी-(ना०) देवी । सरस्वती । होना । अवनति होना। ३. लुढ़कना। गीर्देवी। ४. सूर्य चंद्र का ग्रहण होना। ग्रहण गिरवी-(ना०) रेहन । बंधक । लगना। गिरवै-(न०) गिरिराज । दे० गिरवी । गिरद-(क्रि०वि०) १. चारों ओर । गिर्द । गिरसोन-(न०) जालोर का स्वर्णगिरि २. पाजू-बाजू । इर्द-गिर्द । (ना०) रज। पर्वत । सोनगिरि । For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy