SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 335
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir व्यक्ति । गाम सारणी गावतकियो लिये नियुक्त किया गया भाभी जाति का द्वारा संबंधियों को संबोधन करके गाये जाने वाले परिहास गीत । (न०) १. मालगाम-सारणी-(ना०) सारे गाँव को दिया पुषा, जलेबी आदि बनाने के लिये बनाया जाने वाला भोजन । किसी एक व्यक्ति जाने वाला प्राटे का घोल । २. मार्ग । की ओर से समस्त गांव के लिये किया ३. पहाड़ का तंग मार्ग । ४. दो पहाड़ों जाने वाला भोजन समारोह । वृहत् गांव के बीच का सैकड़ा मार्ग। ५. पर्वत की भोज। घाटी । ६. संहार । नाश । गामसिंघ-(न०) कुत्ता । ग्रामसिंह । गाळणो-(क्रि०) १. पिघलाना। गलाना । गामाऊ-(वि०) गांव संबंधी। गाँव का। २. निचोड़ना। २. पानी आदि किसी गामेती-(वि०) १. गाँव का निवासी। तरल पदार्थ को छानना। ४. मजबूर गॅवार । ग्रामीण । २. गाँव का अगुप्रा। करना । मनाना। ५. प्रभाव डालना । गामोगाम-(न०) गाँव-गाँव । प्रत्येक गाँव। ६. नष्ट करना। प्रति गाँव । गाळमो-(न०) गला हुआ अफीम । कसूबो। गाय-(ना०) धेनु । गाय । गौ। (वि०) गला हुआ । पिघला हुआ। गायक-(न०) गया। गाळी-(ना०) १. उपाय । रास्ता। २. गाँठ । गायकवाड़-(न०) वडोदरा राज्य के शासक ग्रंथि। ३. टोटी, लोंग प्रादि कर्णाभूषणों की जाति या विरुद। ___ का वह विछला भाग जो (लोलक) कणं गायटो-(न०) खलिहान में भूसे से अनाज छेद में डाला हुआ रहता है । ४. गाली । को जुदा करने की क्रिया। दुर्वचन । गायड़मल-दे० गाहड़मल । गाळो-(न०) १. अंतर । फर्क । २. समयागायड़-रो-गाडो-दे० गाहड़-रो-गाडो। न्तर । ३. स्थलान्तर । ४. किसी वस्तु गायणी-(ना०) १. गाने वाली । गायिनी। के मूल्य में एक दूसरे स्थान में परस्पर पेशेवर गायिका । २. वेश्या। रहने वाला अंतर । ५ सरकाई जा सकने गायत्री-(ना०) १. एक अत्यन्त पवित्र वाली रस्सी की गाँठ । फांसा । सरकी वैदिक मंत्र । गायत्री। २.एक वैदिक छंद। पासो। ७. चक्की का मुंह । ८. चूड़ी गायवी-(न०) गायक। आदि गोल वस्तु का घेरा। व्यास । ६. गार-(ना०) लीपने के लिये बनाया हुआ चक्की के गाले (मुह में पीसने के लिये गोबर और मिट्टी का गारा। २. कीचड़। डाले जाने वाले मुट्ठी भर अनाज का गारड़ी-(न०) सँपेरा। परिमाण। १०. चक्की के मुंह में डाला गारत-(वि०) नष्ट बरबाद । जाने वाला मुट्ठी भर अनाज । गारबो-(न०) १. गर्व । घमंड । गावड़ियो-(न०) १. बैल, साढ़, बछड़ा गारो-(न०) १. कीचड़ । कादो । २. चुनाई प्रादि गोवंश । २. बैल । ३. सौढ़ । के लिये गालो हुई मिट्टी। गारा। गावड़ी-(ना०) गाय । गौ । पालेड़ो। गावणियो-(वि०) गाने वाला। गवयो। गाल-(न०) कपोल । गाल । गावरणो-दे० गायो। गाळ-(ना०) १. गाली। अपशब्द । २. गाव तकियो-(न०) १. छोटा गोल तकिया कलंक । लांछन । ३. विवाह में स्त्रियों जो सोते समय गाल के नीचे रखा रहता For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy