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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra खाकी www.kobatirth.org ( २७७ ) खानि । योनि । जीवयोनि । खाकी - ( ना० ) १. रिश्वत । लांच । २. भोजन खर्च | खारणखंडो - दे० खावरणखंडो । खारण-पारण- (न०) १. खाना और पीना । २. खाने पीने के शुद्धाशुद्ध का विचार । ३. खाने-पीने का ढंग । ४. अन्न पानी | ५. सामिल बैठ कर खाने पीने का व्यवहार | २. १. खाणो - ( न० ) १. भोजन । खाना । भोजन सामग्री । जीमरण । ( क्रि० ) खाना । भोजन करना। २. सेवन करना । ३. हड़प जाना । ४. सहन करना । ५. डसना | काटना । ५. छींक, उबासी श्रादि शरीर के ऊर्ध्व वेगों का मुह द्वारा उभरना । ७. उड़ा लेना । ८. घूस लेना । खाणो- दाणो - ( न०) १. खाना । भोजन | जीमण । २. खाना-पीना । ३. यात्रा में पड़ाव डाल कर किया जाने वाला विश्राम श्रौर खाना-पीना । खाणो - पीरो - ( न०) खाना-पीना । भोजन । भोजन-सामग्री । जीमण । ( क्रि०) १. खाना-पीना । २. भोजन करना । खात - ( न०) खेत जमीन की उपज बढ़ाने के लिये उसमें डाला जाने वाला सड़ा-गला कचरा । खाद । खातर । खातरण - ( ना० ) खाती की स्त्री । खातिन । वरणाकरण | खातमो - ( न० ) १. खातमा । अंत । २. मृत्यु | मौत । खातर - ( न०) १. खाद । खात । २. फूस । ३. श्रादर-सत्कार | खातिर । ( श्रव्य० ) लिये । वास्ते । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir खातो पाड़णो खातिर । २. देखभाल | ध्यान । ३. भरोसा । ४. जिसमें कोई संशय न हो । निश्चय । ५. प्रमाण । सबूत | ( अव्य० ) लिये । वास्ते । खातरीबंध - (वि०) विश्वास करने योग्य | भरोसावाळो । खातरोड़ - ( ना० ) खातियो के मोहल्ले की वह जगह या चौक जहां मोहल्ले के खाती अपना काम करते हैं । २. खातियों का मोहल्ला | खातोड़ । खातापाड़ - ( ना० ) खाता बही से उद्धृत किये हुये ग्रामांतर खातों की वह बही जिसमें उघाही निमित्त सफर की सहूलियत की दृष्टि से अलग अलग दिशाओं, गांवों तथा अलग अलग वस्तुओं के व्यवसाय मद के क्रम से खातों की प्रतिलिपि की गई होती है । लेखापा | खाताबही - ( ना० ) वह बही जिसमें व्यक्तिवार लेन-देन का हिसाब व खाते लगे रहते हैं । खाती - ( न०) बढ़ई | सुथार । वरणाक । खाती चिड़ो - ( न०) एक पक्षी । खातो - ( न० ) १. खाता । मद । विभाग | २. व्यक्ति परक लेन-देन का हिसाब | रोकड़ बही के जमा-खर्च का मद वार हिसाब । ३. खाता बही । ४. विषय । प्रकरण । खातो खलोगो - ( मुहा० ) १. काम काज का नया विभाग शुरू करना । २. बैंक या दुकानदार के यहां नया खाता खोलना । ३. नया व्यवहार करना । ४. ब्याज पर उधार लेना । खातर जमा - ( ना० ) १. तसल्ली । २. खातो चूकतो करणो - ( मुहा० ) १. लेनभरोसा । देन बराबर करना । २. ऋण चुका देना । खातरदारी - ( ना० ) श्रावभगत । श्रादर खातो पाड़रणो- ( मुहा० ) नाम का खाता सत्कार | खातिरदारी । लगाकर लेने-देने की रकमें खाते में लेना । लेने-देने वाले के नाम का खाता लगाना । खातरी - ( ना० ) १. श्रादर । स्वागत | For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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