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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org ( २५६ ) कोज । किला । दरीखाना । कोज - ( सर्व०) कोई । ( क्रि०वि०) नहीं । कोझो - (वि०) १. अनुचित । २. विपरीत । ३. कुरूप । बदसूरत । ४. बेढंगा । ५. खराब । बुरा । कोट - ( न०) १. शहर की चार दीवारी । प्राचीर । परकोटा । २. दुर्गं ३. जागीरदार की कचेरी । ४. पहिनने का एक वस्त्र । ५. ताश के खेल में एक पक्ष का एक साथ सातों ही सर (हाथ) बना लेना और एक भी नहीं बनाने देकर ६. सौ लाख । करोड़ । कोटड़ी - ( ना० ) १. छोटा कमरा । कोठरी । २. छोटे जागीरदार की बैठक । कोटवाळ - ( न० ) १. गढ़ या नगर का बंदो विपक्ष को मात देना । बस्त करने वाला अधिकारी । २. कोट रक्षक । दुर्ग रक्षक । ३. पींजारा । कोटवाळी - ( ना० ) कोटवाळ की कचहरी । नगर रक्षक के काम करने का दफ्तर । कोट सलेम दे० सलेम कोट । कोठार - ( ना० ) अनाजघर । गोदाम । बखार। कोठारियो - ( न० ) १. छोटा कोठार । २. रसोईघर में बना एक कोठा जिसमें भोजन सामग्री रखी रहती है । कोठारी ( न० ) १. भंडारी । कोठारी । २. एक अल्ल या जाति । कोठा- सूझ - ( ना० ) १. अपने आप उपजने बाली कल्पना | कल्पना । २. खुद की बुद्धि । ३. मन की उपज । कोठी - ( ना० ) १. बंगला । २. अनाज रखने का कुठला । ३. बड़ी दुकान । ४. कुठिया के प्रकार की आतिशबाजी । ५. कोल्हू में तिलहन पीसने का खड्डा । कोठीवाळ - ( न०) १. बड़ा व्यापारी २. कोठी वाला । कोठो - ( न० ) १. खाना । कोठा । कोष्ठक । २. माल सामान रखने या भरने का कोठियो गोदाम । ३. पेट । उदर । ४. अनाज भरने का बखार । ५. पानी का हौज । कोड़ - (वि०) १. करोड़ । कोटि । २. छाती । कोड -- ( न०) १. उत्साह । २. अन्तर की श्राशा । ३. प्यार । ४. मनोभाव । हुलास । चाव । ५ हर्षं । ६. उमंग | कोड़दान - दे० कोड़पसाव । कोड़पसाव - ( न० ) करोड़ रुपयों के मूल्य Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir का पुरस्कार | कोड़ वरीस - ( न० ) करोड़ रुपयों का दान देने वाला | कोड़-पसाव देने वाला । कोडंड - ( न० ) धनुष । कोडंडीस - ( न०) बड़ा धनुष । कोदंड । कोडायतो- (वि०) १. हर्ष पूर्ण । २. उत्साह युक्त । ( क्रि०वि०) उत्साह से । उमंग से । कोडायो - (वि०) कोड वाला । उमंग वाला । कोडाळी - (वि०) १. जिसमें अनेक कोड़ियाँ लगी हुई या गुथी हुई । २. कौड़ी के जैसी । कौड़ी के समान सफेद श्रौर बड़ी । ३. उमंग वाली । ४. प्रेम वाली । कोडाळो - (वि०) १. कौड़ी या कौड़ों से युक्त । कोड़ों से गुंथा हुआ । २. उमंग वाला । ३ प्रेमी । स्नेही । ( न० ) ऊँट के गले में पहिनाने का कोड़ियों या कौंड़ों गुंथा हुआ एक आभूषण । कोड़ियो - ( न०) मिट्टी का दीपक । कोड़ी - ( ना० ) १. बीस वस्तुनों का समूह । २. बीस की संख्या । २० । कोड़ी - ( fao) एक करोड़ की कीमत का । कोढो - (०) सूअर । कोड़ीधज-- ( न० ) १. करोड़पति । २. एक उच्च जाति का घोड़ा । कोड़ी मोल - (वि०) करोड़ के मूल्य का । कोडीलो- (वि०) कोड वाला । उमंग वाला । कोढ - ( न०) एक चर्म रोग । कोढ । कुष्ठ । कोढियो- ( न०) कोढ़ी । कुष्ठी । (वि०) कोढ़ रोग वाला । For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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