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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir करोड़ करहेलियो (२०) करहेलियो-दे० करहलो। जोरावर । बलवान। ३. तेज। ४. अधिक । करही-(ना०) ऊंटनी । सायड़। ५. भयानक । करहो-(न०) ऊंट। कराळ-(वि०) भयंकर । कराल । करंक-(न०) १. हड्डी । २. अस्थि । ३. कराळी-(ना०) फूस-कचरा हटाकर जमीन अस्थिपंजर। साफ करने का कृषकों का एक लम्बे डंडे करंडियो-(न०) पिटारा का कस्सीनुमा उपकरण । (वि०) भयंकर । करतो-(वि०) १. करने वाला। कर्ता । डरावनी। २. करता हुप्रा। कराळो-(वि०) भयंकर । कराल । कराई-(ना०) १. संग्रह रखने के लिये करावणो-(क्रि०) करवाना । व्यवस्थित रूप से लगाई गई घास की करां-(क्रि०वि०) कब । कद । कदै । शिखरनुमा बड़ी ढेरी। कंदूड़ी। चारवाड़ो। करांही-(क्रि०वि०) कभी का । कदरोही। २. करवाने की मजूरी । बनवाई । पारि- करि-(अव्य०) करण तथा अपादान कारक श्रमिक। __ की विभक्ति 'से' । (न०) हाथ । कराकरी-(न०) प्रयत्न । कोशिश। करियो-(न०) जवान ऊंट । (क्रि०भू०) कराख-(ना०) काख । बगल । किया। कराखी-(ना०) अंगरखी का बगल में रहने करी-(क्रि०५०) किया। कर दी। (न०) वाला वस्त्र भाग । १. हाथी । २. पथ्य । (अव्य०) करण कराड-(ना०) १. सीमा। हद । २. मर्यादा, तथा अपादान कारक की विभक्ति 'से' । मान तथा गौरव की हद । (न०) करीवर-(न०) १. श्रेष्ठ हाथी। २. हाथी। १. नदी का किनारा। २. बनिया के लिये करीसाग-(ना०) उपलों की आग । पोछा शब्द । ३. बनिया । ४. कलार । करुण रस-(न०) साहित्य के नौ रसों में कराड़णो-(क्रि०) करवाना। से एक। कराड़ा बारै-(क्रि०वि०) १. सीमा बाहिर। करुणा-(ना०) दया । अनुकंपा । २. मर्यादा बाहिर । मर्यादा या गौरव के करूप-(वि०) कुरूप । कवरूपो । उपरान्त । ३. किनारों से बाहर। करूर-(वि०)१. क्रूर । निर्दय । २. भयंकर । कराबीण-(ना०) चौड़ी नाल की एक छोटी भयानक । बंदूक । करू कणो-(क्रि०) १. ऊंट का बलबलाना । करामत-दे० करामात । २. कौए का बोलना। (क्रि०वि०) कभी करामात-(ना०) १. करिश्मा । चमत्कार। का। कदरो, कस्को ।। २. युक्ति। करेण-(अव्य०) १. हाथ से । कर द्वारा। करामाती-(वि०) १. सिद्ध । २. करामात २. हाथों द्वारा । हाथों से। (न०) हस्ती वाला। ३. चालाक । होशियार । समूह । गजयूथ । करामातीक-दे० करामाती। करै-(क्रि० वि०) कब । कद । कदै । करार-(ना०) १. प्रतिज्ञा । २. शक्ति । करैक-(क्रि०वि०) १. कभी-कभी । करसीक । . बल । ३. धीरज । ४. निर्भयता । २. कब तक । ५. वादा । कोल । इकरार। करही-(क्रि०वि०) कभी । कब । करारो-(वि०) १. सख्त । कठिन । २. करोड़-(वि०) सौ लाख । For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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