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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पैसके मोकारो भैसके-(पन्य०)१. इस बार । २. इस वर्ष। वर्तमान काल । अंसको-(वि०) इस बार का। वर्तमान वर्ष का। असो-(वि०) ऐसा । इस प्रकार का । अहिक-(वि०) लौकिक । सांसारिक । अहिज-(सर्व०) ये ही। अही-(सर्व०) १. ये ही । ये भी। चरणो-(क्रि०) खींचना । तानना। मैंचातारणो-वि०) जिसकी प्रांख का कोया और उसकी कीकी सामने नहीं हो। फिरी हुई आँख वाला । भेगा। अँठ-दे० अँठ। अठरणो-दे० अंठणो। अँठवाड़ो-दे० ग्रेवाड़ो। अँठो-दे० जेठो । अठो-बूटो-दे० ठो-जूठो । अठो-ठो-दे० ठो-जूठो । अँडणो- दे० अंडगो। अंडे-(कि०वि०) इधर । यहां । अठे। अंडो-दे० डो। अंड-(वि०)१. उपयोग में नहीं लिया जाने वाला। २. उपयोग में नहीं पा सकने वाला। |ढरगो--(क्रि०)१. तौल करना । २. अनु मान करना (वजन का)। अंधारण-(न०) १. स्मृति रूप चिन्ह । २. स्मारक । अनाण। अंधी ठौड़-(ना०) अनजानी जगह । प्रसंधी जागा । अँधो-(वि0) अपरिचित । प्रसेंधो। ओ प्रो-संस्कृत परिवार की राजस्थानी वर्ण पर तीर लगाना । ३. शस्त्र प्रहार __माला का दसवां (स्वर) वर्ण। करना । ४. उलटी करना । प्रो-(सर्व०) यह । प्रोकर-(न०) १. ताना । उपालंभ । प्रोइंछणो-(क्रि०) १. मनेच्छा पूर्ण होने २. अपशब्द । ३. तुच्छकार । तुच्छार्थक की शर्त पर भेंट के रूप में संकल्प की शब्द । हुई वस्तु को पाराध्य देव के अर्पण कर प्रोकळी(ना०) १. पानी के वेग से बहने देना । इच्छापूर्ति होने पर देवता को भेंट के कारण पड़ने वाला खड्डा। २. रेती चढ़ाना । २. न्योछावर करना । वारना। ___ का छोटा धुस । पवन से उड़कर बना हुआ छोटा टीला। ३. इस प्रकार बने प्रोईछगो- दे० प्रोइंछणो। हुए टीले के पास का खड्डा । ४. टीवे प्रोईजाळो-दे० प्रोसीजाळो। पर हवा के वेग से बनी हुई बालू रेत के प्राक-(न०) १. समूह । २. घर। लहर या लहर माला । ३. पाश्रय । ४. पक्षी। ५. शूद्र । ६. भोकात--(ना.) १. हैसियत । बिसात । निशान । ७. अंजलि । ८. खप्पर । २. ताकत । ६. कै । उलटी। प्रोकारी-(ना०) १. वमन । के। २. ओकरणो-(क्रि०) १. निशान करना । मिचली। लकड़ी या धातु में औजार से निशान प्रोकीरो-(न०) वर्षाऋतु में गोबर में करना। २. निशाना लगाना। निशाने उत्पन्न होने वाला एक कीड़ा । गोगीड़ो। For Private and Personal Use Only
SR No.020590
Book TitleRajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
PublisherPanchshil Prakashan
Publication Year1993
Total Pages723
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size12 MB
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