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पुष्फि
(
८५ )
पुरसड़ी
पुप्फि, पुफ-देखो 'पुस्प,।
पुरणवांसी-देखो 'पूरणमासी'। पृफचूलीका, पुफचूलीया-देखो 'पुप्फचूलिया।
पुरणाई-स्त्री० [सं० पूर्ण] मांगलिक अवसरों पर गोबर प्रादि से पुब्ब-१ देखो 'परवत' । २ देखो 'पूरव' ।
प्रांगन लेपने की क्रिया। पुमान-पु० [सं० पुमान्] मनुष्य, पुरुष ।
पुरणाहुति, पुरणाहुती-देखो 'पूरणाहुती' । पुमाड़ो-देखो 'प्रवाड़ी'।
पुररिणम -देखो पूरणिमा'।। पुमाणो, (बौ) पुमावणी (बौ)-देखो 'पोमाणी' (बी)। पुरणियो-पु० १ गधा । २ देखो 'पूरण' । पुय-पु० [सं०] १ वरुण । २ जीवात्मा।
पुरतकाळ, पुरतगाळ-पु० १ योरुप के दक्षिण-पश्चिम में पुरद, पुरंदर-पु० [सं० पुरंदर] १ इन्द्र । २ शिव, महादेव । स्थित एक छोटा देश । २ इस देश की बनी तलवार ।
३ विष्णु । ४ ज्येष्ठा नक्षत्र । ५ नगर । ६ अग्नि । ७ चोर। पुरतगाळी-वि० 'पुरतगाल' का, पुरतगाल संबंधी। -पु. पुरंदरा-स्त्री० गंगा।
१ पुरतगाल की भाषा। २ पुरतगाल का निवासी। पुरवरू-देखो 'पुरंदर'। .
पुरतोरण-पु० [सं०] नगर का मुख्य द्वार । पुरंघ्रि, पुरंध्री-स्त्री० [सं०] १ सुहागिन व बाल-बच्चों वाली पुरतौ-अव्य० [सं० पुरतस्] १ भागे, सामने, सम्मुख । २ पूर्व, स्त्री । २ स्त्री, नारी।
पहले। ३ पीछे से। पुर-पु० [सं०] १ नगर, शहर । २ घर, निवास। ३ देह, शरीर।
पुरत्राण-पु० [सं० पुरत्रांण] परकोटा, शहरपनाह । ४ लोक, भुवन । ५ नक्षत्र-ज।
पुरबड़ी-देखो ‘पड़दळी'। पुर'-देखो 'पुरस'।
पुरद्वार-पु० नगर का मुख्य द्वार । पुर-अमर-पु० [सं० अमर-पुर] स्वर्ग ।
पुरधर-पु० [सं०] नगर, शहर । पुरइद-पु० [सं० इन्द्रपुर स्वर्ग।
पुरनविरम-देखो 'पूरणब्रह्म'। पुरक्ख-देखो 'पुरुस'।
पुरनारी-स्त्री० [सं०] वेश्या, रण्डी। पुरखपुराण-देखो 'पुराणपुरुस'।
पुरपाळ-पु० [सं० पुर-पालक] १ नगर रक्षक । २ नगर का पुरख, पुरखड़ी-देखो 'पुरुस'।
प्रमुख अधिकारी। ३ कोतवाल । ४ प्रात्मा, जीव । पुरखपुरांण-देखो 'पुरांण पुरुस' ।
पुरब-देखो 'पूरव'। पुरखातण, पुरखातन-देखो 'पुरुसातन' ।
पुरबलौ-देखो 'पूरबळी' । (स्त्री० पूरबली) पुरखाप्रम-पु० [सं० पुरुष-धर्म] कुबेर ।
पुरबी-देखो 'पूरवी'। पुरखारत, पुरखारव-देखो 'पुरुसारथ'। .....
पुरबीकम-पु० [सं० विक्रमपुर बीकानेर नगर । पुरखि-देखो 'पुरुस'।
पुरराउ-पु० [सं० पुरराज] नगर पति । पुरखेस-पु० [सं० पुरुष-ईश] राजा, नृप ।
पुरलिंग-देखो 'पुल्लिग'। पुरखोतम-देखो 'पुरुसोत्तम'।
पुरवणी (बौ)-देखो 'पूरणी' (बी)। पुरखो-पु० [सं० पुरुष] १ पूर्वज । २ वद्ध परुष, बुजुर्ग । पुरवाई-देखो 'परवाई। पुरख्ख-देखो 'पुरुस' ।
पुरवासी-पु० [सं०] नगर का निवासी।। पुरज-देखो 'पुरजो' ।
पुरविसन, पुरविस्न-पु० [सं० विष्णु-पुर] वैकुण्ठ । पुरजण (न)-पु० [सं० पुरजन] १ नगर के लोग, नगरवासी,
पुरस-पु० [सं० पुरुष] १ ऐडी से चोटी तक को लम्बाई पुरवासी । २ गेहूं की फसल के साथ होने वाला एक पौधा ।
का नाप । २ दोनों हाथों को समानान्तर फैलाने पर एक पुरजित-पु० [सं० पुरजित्] १ शिव, महादेव । २ जाम्बुवती
हाथ की मध्यमा से दूसरी मध्यमा तक का फैलाव, माप । एवं श्रीकृष्ण का एक पुत्र ।
३ देखो 'पुरुस'। पुरजियो-देखो 'पुरजो'। पुरजो-पु० [फा० पुर्जः] १ टुकड़ा, खण्ड । २ कागज का टुकड़ा,
पुरसकारी, पुरसगारी-स्त्री० [सं० परिबेषकार] १ भोजन परोचिट, पर्णी । ३ छोटा खत, चिट्ठी। ४ किसी यंत्र का कोई
सने वाली स्त्री। २ भोजन परोसने की क्रिया । ३ भोजन भाग, उपकरण।
परोसने की कला । ४ परोसी जाने वाली भोजन सामग्री। पुरट-पु० [सं०] सुवर्ण, सोना।
पुरसकारो, पुरसगारो-पु० [सं० परिवेषकार] (स्त्री० पुरसगारी) पुरण-पु० [सं० पुरन्ति] १ घोड़ा। प्रश्व । २ वाहन, सवारी।। भोजन परोसने वाला व्यक्ति। २ देखो 'पूरण'।
} पुरसड़ी-१ देखो 'पुरस' । २ देखो 'पुरुस' ।
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