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सुक्माव
। ८१२ )
विवेक। २ चेतना, संज्ञा, होश। ३ ध्यान, खयाल, सुधातमा-वि० [स० शुद्ध-प्रात्मा] जिसकी पात्मा शुद्ध हो, विचार । ४ बुद्धि, ज्ञान । ५ पता, खबर, जानकारी पवित्र व निष्कपट विचारो वाला। -पु. ईश्वर, परमात्मा। ६ स्मृति, याददाश्त ।
सघाघर, सुधाधरण, सुधाधाम, सुधाधार-पु. चन्द्रमा । सुधभाव-पु० [सं० शुद्ध-भाव] शुद्ध विचार, प्रच्छी मनोदशा। सुधाभुज, सधाभुजीस, सुधाभुज-पु० देवता, सुर। सुधमन, सुधमनी-वि० [सं० शुद्धमन] १ जिसका मन शुद्ध सुधामद-देखो 'सुधारस' । ___ हो, निष्कपट वत्ति वाला। २ होण-इवास वाला, सचेत। | सुधार-पु० १ सुधरने की क्रिया या भाव । २ उन्नति, तरक्की, सुधमांण-वि० [सं० शुद्धिमान्] बुद्धिमान ।
मच्छी स्थिति। ३ बुराई, विकार, दोष प्रादि दूर करने सुधरणो (बी)-क्रि० [सं० सुध् या शोधनम्] १ किसी कार्य ____ को क्रिया। ४ संशोधन, संस्कार। ५ पच्छाई । ६ उप
या बात का बिगड़ने से रहना, बनना, ठीक होना। पुतता, उपादेयता। ७ परिवर्तन । ८ फायदा, लाभ। २ बिगड़े कार्य की स्थिति या दशा प्रादि ठीक होना, घृत, घो। ३ बीमारी में कमी पाना, स्वस्थता या पाराम की स्थिति | सुधारक-वि०१ सुधार करने वाला। २ समाज सेवी । ३ धर्म, माना। ४ पाथिक स्थिति ठीक या अच्छी होना।। समाज व राजनीति में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के ५ तरक्की या उन्नति होना । ६ बिगड़े पाचरण का लिए प्रान्दोलन करने वाला, क्रांतिकारी । ४ सशोधन या सुधरना । ७ सफल होना, सद्गति पाना । ८ वातावरण संस्कार करने वाला। ५ परोपकारी। में तनाव कम होना।
सुधारण-वि० सुधारने वाला। -क्रि०वि० सुधारने के लिए। सुधरम-पु० [सं०सुधर्म] १ उत्तम व श्रेष्ठ धर्म । २ पुण्य, दान ।। -स्त्री० सुधारने की क्रिया या भाव । -३ परोपकार । ४ पच्छा प्राचरण । ५ महावीर स्वामी सुधारणा (बो)-क्रि० १ किसी कार्य या बात को बिगड़ते हुए का एक शिष्य । ६ देखो 'सुधरमा ।
से बचाना, बात बनाना, कार्य सुधारना। २ व्यवस्थित सुघरमा-स्त्री० [सं० सुधर्मन] १ इन्द्र की सभा, देव सभा। करना जमाना, बैठाना, सुधारना । ३ बिगहे हए को ठीक
२ इन्द्र के सभा भवन का नाम । ३ जैनियों के एक गणाधि- करना, कमी, दोष विकार प्रादि दूर करना। ४ लक्ष्य
पति । -वि० अपने धर्म पर अटल रहने वाला, स्वधर्मी। सिटि करना, उद्देश्य पूरा करना, पूर्ण करना । तरक्की सुधराई-स्त्री०१ सुधरने की क्रिया या भाव । २ किसी कार्य कराना। ६ प्रादतें ठीक करना, भाचरण ठीक करना।
में किया जाने वाला सुधार ।.३ सुधार कार्य की मजदूरी।। ७ सफल बनाना, सद्गति प्राप्त कराना। काम में लेने सुधरी-स्त्री० १ अच्छी हालत, सम्पन्नता । २ स्वस्थता। लायक बनाना, साफ करना। ९ सजाना, संवारना । सुधवटी, सुधवट्टी-स्त्री. तलवार।
१० तनावपूर्ण स्थिति को बदलना, सामान्य करना । सुधसागोर-पु. डिंगल का एक गीत (छन्द) विशेष । .
११ सफाई करना, साफ करना। सघहोण-वि० १ चेतना, संज्ञा व होश-हवास से रहित, अचेत, | सुधारस-पु० १ प्रमत । २ कमल ।
बेहोश । २ जिसको अपने भले-बुरे का ज्ञान न हो। सुधारसम-पु० [सं० सुधारश्मि] चन्द्रमा । सुधांग-पु० [सं०] चन्द्रमा, शशि ।
सुधार, सुधार-वि० सुधार करने वाला, सुधारक । सुधाम-पु. [सं० सुधामन्] १ कोई श्रेष्ठ या उत्तम धाम, तीर्थ। सुधारौ-पु.१ मतक के पीछे किये जाने वाले संस्कार, श्राद्ध, २ घर। ३ चन्द्रमा ।
पितृतपण मादि । २ देखो 'सुधार'। सुधासु-पु. [सं० सुधा-मंशु] १ चन्द्रमा, शशि । २ कपूर। । सुधासार-पु० [सं०] अमृत । सुधा-स्त्री० [सं०] १ अमृत । २ पुष्प रस, पुष्पों का शहद । सुधासुत-पु० [सं०] १ चन्द्रमा । २ इन्द्र ।
३ मदिरा, पाराब । ४ जल, पानी । ५ गंगा का एक नाम। सुधासुती-पु० [सं० सुधासूती] चन्द्रमा। ६ पृथ्वी, धरती। ७ पुत्री, बेटी। ८ बिजली। ९ ईट। सुधारव-पु० [सं० सुधाव] चन्द्रमा । १० सफेवी । ११ थूहर । १२ दूध । १३ जहर । -वि०१ श्वेत, सुधि-१ देखो 'सुध' । २ देखो 'सुधी'। ३ देखो 'सुद्धि'।
सफेद। -क्रि०वि० २ तक, पर्यन्त। ३ सहित, युक्त। ४ देखो 'सुद'। सुधाई-स्त्री० सीधापन, सरलता।
सुधिक-स्त्री० फटकार, धिक्कार । सुधाकर-पु. [सं०] चन्द्रमा, शशि ।
सुधी-वि० [सं० सुधी:] १ पण्डित, विद्वान् । २ बुद्धिमान, सुधाकुडळी-स्त्री० एक वाद्य विशेष ।
चतुर । ३ धार्मिक । -पु. १ शिक्षक । २ कवि। -क्रि.वि. सुधागेह-पु० [सं० सुधागृह] चन्द्रमा, शशि ।
१ सहित, युक्त, साथ । २ तक, पर्यन्त । ३ देखो 'सुद'। सुधाचरण-पु. गरुड़।
४ देखो 'सुद्धि'। ५ देखो 'सुध' ।
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