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विग्गाहा
'विगाहा- देखो 'विगाहा' ।
विग्ध - देखो 'विघ्न' ।
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( ६०१ )
विग्य पु० [सं० विश] ब्रह्मा । वि० १ बुद्धिमान, समझदार । २ विद्वान पंडित । ३ विशेष जानकार विग्यता - स्त्री० [सं० विज्ञता ] १ बुद्धिमत्ता, समझदारी । २ पांडित्य विद्वता ३ विशेष जानकारी। विग्यप्त - वि० [सं० विज्ञप्त ] बतलाया हुम्रा, सूचित । विग्यप्ति (प्सी) स्त्री० [सं० विज्ञप्ति ] १ बतलाने या सूचित करने की क्रिया या भाव। २ इश्तिहार, विज्ञापन । विग्यान- पु० [सं० विज्ञान] १ जानकारी, ज्ञान । २ प्राविष्कृत सत्य व प्राकृतिक नियमों पर धाधारित क्रमबद्ध व्यवस्थित ज्ञान । ३ भौतिक जगत् से संबंधित उक्त प्रकार का ज्ञान । ४ मात्मा के स्वरूप का ज्ञान। ५ प्रात्मा । ६ स्त्रियों की चौसठ कलामों में से एक। ७ कर्म । ८ कला । ९ ब्रह्म साक्षात्कार का ज्ञान । १० निश्चयात्मक बुद्धि । ११ एक शास्त्र विशेष ।
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विपदपु० [सं०] विज्ञान पाद] वेदव्यास का एक नाम। विग्यानवाद - पु० [सं० विज्ञानवाद] १ ब्रह्म व प्रात्मा की एकता प्रतिपादित करने वाला सिद्धान्त । २ विज्ञान संबंधी सिद्धान्त । विग्यानवादी पु० [सं० विज्ञानबादिन] १ विज्ञान शास्त्र का समर्थक । २ योग मार्ग का अनुसरण करने वाला योगी । विम्यांनी वि० [सं० विज्ञानिन् ] विज्ञान शास्त्र का पंडित, वैज्ञानिक । २ ज्ञानी, पंडित । स्त्री० १ एक देवी विशेष । २ देखो !विग्यान' |
विध्यापक वि० [सं० विज्ञापक] १ दूसरों को जानकारी कराने
वाला । २ किसी प्रकार का ज्ञापन या प्रचार कराने वाला । विग्यापरौ (at) - क्रि० [सं० विज्ञापनम् ] १ सब को बताना,
जानकारी देना । २ प्रचार करना। ३ प्रकाशित करना । विग्यापन - पु० [सं० विज्ञापन] १ जानकारी देने, सूचना देने
की क्रिया । २ प्रचार करने की क्रिया । ३ प्रचार के लिये प्रकाशित की गई सूचना, इश्तिहार
विग्रह - पु० [सं० विग्रहः ] १ पृथक करने की क्रिया, विच्छेद ।
२ वैर, विरोध। ३ कलह-झगड़ा । | ४ युद्ध, समर । ५ नीति के छः गुणों में से एक ६ सेना, फौज ७ धोखा, छल । ८ शिव का एक नाम। 8 प्रतिमा, मूर्ति १०] कोई तत्त्व विशेष । ११ शृंगार, सजावट । १२ कष्ट, पीड़ा, दुःख १३ फैलाव, प्रसार १४ रूप, प्राकृति । पारो० लड़ाई टा विग्रहणी (बी) १ युद्ध पा सढ़ाई करना। २ संहार करना, मारना । ३ नाश या नष्ट करना । ४ षड्यन्त्र
विघनेस देखो 'विघ्नेस' ।
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घेरना ।
करना । ५ शृंगारना, सजाना । ६ घेरा डालना,
७ दूर करना, हटाना । ९ कलह करना । १० वीरगति प्राप्त होना ।
विग्रहो - वि० [सं० विग्रहित्] लड़ाई-झगड़ा करने वाला, युद्ध करने वाला । २ संहार करने वाला, मारने वाला । ३ नष्ट करने वाला । ४ षड़यंत्रकारी । ५ शृंगारने वाला; सजाने वाला ६ घेरा डालने वाला । ७ दूर करने या हटाने वाला ।
विधटरण (न) - पु० [सं० विघटनम् ] १ संयोजक अंगों को लग अलग करने की क्रिया । २ बिखराव गठन का प्रभाव । ३ तोड़-फोड़ ४ गठन का निरस्तीकरण । विघटिका स्त्री० [सं०] घड़ी का ६० वां ग्रंथ, २४ सैकण्ड विघटित वि० [सं०] १ जिसके संयोजक अंग बिखर गये हों ।
२ बिखरा हुआ, जो गठित न हो ३ तोड़ा-फोड़ा, निरस्त किया हुआ ।
विधन, विधन - पु० [सं० विधन] १ घन, हथोड़ा । २ देखो 'विघ्न' । -- क, करण, कारी = 'विघ्नकारी' । -जीत = 'विघ्नजीत' ।-नायक == 'विघ्ननायक' |--नासक 'विघ्ननासक' । - पत, पति, पती विघ्नपति' । - प्रांण'विघ्नप्रांरण' 1- राज='विघ्नराज' 1-विनायक'विघ्नविनायक' । - हरण = "विघ्नहरण' ।
विघ्नेस
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विपन देखो 'विष्य'
विपणौ (बी) क्रि० नष्ट होना, मिटना | विधी-वि० विघ्नकारक, बाक विधात-पु० [सं० विधाय] १ नाम २ बाघात, प्रहार, चोट ३ विघ्न, बाधा ।
विघातक (ती) - वि० १ विघ्न डालने वाला, बाघक । २ प्राघात करने वाला, प्रहार करने वाला । ३ नाश करने वाला । विघातकारिणी स्त्री० [सं०] एक प्रकार की विद्या विशेष । विघातन स्त्री० [सं०] १ नाश करने की क्रिया या भाव।
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२ हत्या करने की क्रिया या भाव। ३ बाधा डालने की क्रिया । ४ प्रहार की क्रिया ।
विघ्न दु० [सं०] १ विघ्न, बाधा व्यवधान २ रोक, रुकावट
३ समर । ४ अमंगल, प्रशुभ । ५ एक राक्षस विशेष । -क, करण, कारी-वि० बाधा, व्यवधान डालने वाला । शत्रु वैरी । —जित, जीत- पु० गणेश । नायक, नासक, पत, पति, पती- पु० गणेश, गजानन - प्रांरण-पु० बलराम, हलधर । हरल० गणेश, गजानन विघ्नसंतुस्ट पु० [सं० विघ्नसंतुष्ट] चौसठ भैरवों में से एक। विघ्नेस - पु० [सं० विघ्न ईश ] गणेश, गजानन ।