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बहु-पु० [सं० प्रभु] १ ईश्वर, परमात्मा ३ राजा, नृप । क्रि० वि० प्रत्यक्ष, सामने |
पहुद्यावर पु० एक प्रकार का व्यंजन विशेषः । पहुची (बी) देखो 'पहुंची' (बी)
'पहुंचा' (बी)।
'पटणी (बी) - देखो 'पहरणी' (बी) ।
बहुत (स) देखो 'पहुंच
पहुतणी (बौ), पत्तयो (बौ) - देखो 'पहु'चणी' (बो) । पंजलि पहूपांजलि देखो 'पुवाळी' ।
पह प- देखो पुरुष' |
पहुचाती (ब) पहुचाल (बी) पहचाचणी (बी) देखो पांक- देखो 'ख' २ देखो पंक (बौ), -
१ । ।
पह.मि, पहमी-देखो 'प्रथवी' |
पहर देखी 'प्रहर'।
पहवी-देखो 'प्रथवी' नाह प्रथवीनाथ' ।
पहूत-देखो 'पहुंच' । (बी) पहू- देखो 'पहु'।
पहुंची' (बी) ।
पहेली - १ देखो 'पहेली' । २ देखो '१'ली' ।
पाँच- देखो 'पहुंच'।
पहूत - देखो 'पहु'च' ।
पहेली - स्त्री० [सं० प्रहेलिका ] १ व्यंग, वक्रोक्ति या गुढ़ार्थक वाक्य या शब्द | हेली । २ परोक्ष अर्थ बोधक वाक्य |
पत- वि० सहित, संयुक्त ।
२ स्वामी, प्रभु । स्वामी प्रभु
पहोंत-देखो 'पहुंच' ।
पहोच देवो 'पहुंच'
पाँचौ (बो) - देखो 'पहुंची' (बी)।
पहोंचाली (बौ), पहोंचावणी (बौ) - देखो 'पहुंचारणी' (बो) ।
पहोचणी (बौ) - देखो 'पहुंचणी' (बो) ।
पहोय-देखो 'पुरुष'
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पहोमि (मी) - देखो 'प्रथवी' ।
पहोर - देखो 'प्रहर' |
पहोरी-देखो 'परी' |
पहोपकछौ - पु० [सं० पुष्पकच्छ] एक प्रकार का अशुभ रंग का
घोड़ा ।
पहोवर-देखो 'पयोधर' ।
पहोवी-देखो 'प्रथवी' ।
पहोत देखो 'पहुँच'।
महोतणी (बी) देखो 'पहुंची' (बो)।
पहौर देखो 'प्रहर'।
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पहलवी -देखो 'पहलवी' ।
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पां क्रि०वि० १ पास में निकट २ देखो 'पांसु' ३ देखो 'पद' । ४ देखो 'पांम' |
पांडी, पांउडी देखो 'पांवडी' ।
पांउणी-१ देखो पांमणी' । २ देखो 'पांवणी' ।
पाँचरणा
पांकणी (बी) क्रि० १ छोड़ना त्यागना २ 'ख' (दो) ।
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पांख, पांखड़ली, पांखड़ी, पांखड़ी स्त्री० [सं० पक्ष] १ पक्षी का पर, पंख । २ कुक्षि, कूख । ३ शाखा । ४ पुष्पदल । ५ देखो''। पांच-देव'पंख' ।
पांचवी देखो 'पंच'।
पांची (बी) देखो 'ख' (बी)।
पांखळियो-देखो 'पांखळो' ।
पांखळी - पु० १ बेलगाड़ी के थाटे पर लगाया जाने वाला कटहरा । २ उक्त कटहरा में आने लायक सामान की मात्रा । पांखिय-देन पक्षी' ।
पांखी-देखो 'पांख' ।
(बी)फ० नींटियों, पक्षियों आदि के पंख माना।
पांडी, पांडी-देखो 'पास'।
पांगरण- देखो 'पंगरण' ।
पांगरी (बी० [सं० उपाङ्ग धरणम् १ अंकुरित होना,
पनपना २ हृष्टपुष्ट व मोटा-ताजा होना ३ बिहार
करना ।
पांगळ- पु० [सं० पांगुल्य] १ ऊंट । २ युवा ऊंट | ३ देखो 'पंगु' । पांगळ (बी) देखो 'पांगरणी' (बी) पांगलियो१ देखी पांगळ' २ देखो 'पंगु' पांगी- देखो 'पंगी' ।
पांगुरण- देखो 'पंगरण' ।
पांगरणी (बौं), पांगूरणी (बौ) - देखो 'पांगरणी' (बौं) ।
योगी ०१ पतला पानी जैसा द्रव पदार्थ
२ देखो 'पंगु' ।
पर (बी) देखो पांगरणी' (बो)।
पांच वि० [सं० पंच] चार व एक, पांच संख्या व अंक, ५ । २ देखो 'पंच' । ० [सं० पंच पत] हिंसा, झूठ, परिग्रह - श्रव्रत । (जैन)
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पु० १ पांच की अंग = 'पंचांग' |
चोरी, मैथुन और
पांचौ पु० [सं० पंच] प्रसव के पांचवें दिन किया जाने वाला संस्कार |
पांचों, पांचौ ० १ लम्बा कदम, छलांग २ देखो 'पांच' । पांचजन, पांचजन्य पु० [सं० पांचजन्य] श्रीकृष्ण का मंथ पांवणा पु० (२०१०) बलि किये बकरे के चारों पांव व शिर