SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 513
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( ५०७ ) लंकबहोस रौ-पु० षष्टी विभक्ति का चिह्न। रौद्री-स्त्री०१ शिव की पत्नी, पार्वती । २ संगीत में एक श्रुति । रोगन-देखो 'रोगन'। रौनक-स्त्री० [अ० रोनक] १ सुदर वर्ण, प्राकृति या रूप । रौड़-पु. १ युद्ध, लड़ाई । २ देखो 'रोड़। २ चमक-दमक, ठाट-बाट । ३ चहल-पहल । ४ हंसी-खुशी रोड़ो-पु० १ भैस । २ मादा ऊंट । ३ रोड़ा बाधा । का वातावरण। रोजी-पु० [अ० रोज:] १ उद्यान, बगीचा। २ हराभरा मैदान। रोर-स्त्री. १ मादा ऊंट, सांड । २ देखो 'रोर'। ३ पीर, बादशाह आदि की कब्र । रौरव-पु. [सं. रोरव] इक्कीस प्रकार के नरकों में से एक। रोरणी-पु० [सं० पारण्य ] वन, जंगल । -वि० घोर, भयंकर । रोव-देखो रौद्र'। रोळ-स्त्री० १ हंसी, मजाक, दिल्लगी । २ देखो 'रोळ', रोवघड़, रोवघड़ा-स्त्री० मुसलमान सेना। ___'रोळी'। रौबाळ-देखो 'रौद्र'। रौळणी (बौ), रोळवणौ (बौ)-क्रि० १ हजम करना, पचाना । रौद्ध-वि० [सं०] १ रुद्र संबंधी, रुद्र का । २ अत्यन्त उग्र, २ घोड़े की पीठ को खुरहरे से साफ करना। ३ मिश्रण प्रचंड । भोषण ।-पु० [सं०] १ क्रोध, गुस्सा, रोष । करना। ४ अनाज के ढेर पर हाथ फेर कर अच्छा-अच्छा २ भयंकरता, भीषणता । ३ यमराज । ४ साहित्य में एक अनाज अलग करना। ५मालोड़ित करना, सानना । ६ देखो रस । ५ गर्मी, तेजी । ६ असुर, राक्षस । ७ म्लेच्छ जाति __'रोळणो' (बो)। का मनुष्य । ८ मुसलमान । ९ बादशाह । रौळि, रौळी, रोळी-पु० १ युद्ध, झगड़ा, जंग । २ उपद्रव, रौद्रकार-स्त्री० [सं०] भयानक ध्वनि या आवाज। विद्रोह । ३ उत्पात, बखेड़ा । ४ शोर, हल्ला । ५ एक रोद्रकेतु-पु० [सं०] ज्योतिष के अनुसार एक केतु । छद विशेष । रोद्रपत (पति, पती) रौद्रराव-पु० बादशाह । रोस-स्त्रो०१ तरह, भांति, प्रकार । २ देखो 'रोस'। रौद्रव-देखो 'रौद्र'। रोसन-देखो 'रोसन'। रौद्र संप्रदाय-पु. रुद्र को मनाने वाला संप्रदाय । रोसनदान-देखो ‘रोसनदान' । रौद्राण-देखो 'रोद्र'। रौसनाई-देखो 'रुसनाई। रोदाइण, रौद्रायण, रौद्राळ-पु. १ बादशाह । २ देखो 'रौद्र'। रोसनी-स्त्री०१ सफेद रंग को मिठाई विशेष । २ देखो 'रोसनी'। रौद्राकार-देखो 'रोद्रकार' । रोसाळ -देखो 'रोसाळ'। ल-नागरी लिपि का प्रवाईसा व्यंजन वर्ण । लंकवाह-पु. १ हनुमान । २ लंकादहन । ल-पु. १ लोक । २ वचन । ३ सुख । लकोप-पु. लंकाद्वीप। संक-स्त्री. १ कटि, कमर । २ राशि, ढेर, समूह । ३ कलह लंकनाथ, लंकनायक-देखो 'लकानाथ । ___लड़ाई। ४ लका।-वि०१ पतली, कश । २ अत्यधिक, बहुत । लकप, लंकपत (पति, पती)-पु० [स.लंकप] १ रावण । संकक-वि० लंका का, लंका संबंधी । २ विभीषण। लंक-टंकटा-स्त्री० १ सध्या की कन्या का नाम । २ एक राक्षसी। लंकपुरी-स्त्री० लंका नगरी। लकरणी-स्त्री० [सं० लकिनी] लका की पहरेदार एक राक्षसी। लकवरीस-देखो 'लंकावरीस' । For Private And Personal Use Only
SR No.020589
Book TitleRajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSitaram Lalas
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan
Publication Year1987
Total Pages939
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy